0 प्राचीन मठों की साफ सफाई के दिए निर्देश
जगदलपुर। बस्तर राजवंश के समाधि स्थल को धरोहर के रूप में सहेजने संवारने की ओर नए महापौर संजय पांडे ने कदम बढ़ाए हैं। 25 मार्च को बस्तर के महाराज प्रवीर चंद्र भंजदेव की पुण्यतिथि मनाई है। उसके पहले ही राजपरिवार के पूर्वजों के मठों की मरम्मत और साफ सफाई के निर्देश निगम अमले को मेयर संजय पांडे ने दिए हैं।
जगदलपुर के विजय वार्ड में इंद्रावती नदी के किनारे कई प्राचीन राज मठ हैं। ये की बस्तर राज परिवार के दिवंगत सदस्यों के समाधि स्थल हैं। इंद्रावती नदी किनारे बस्तर राजपरिवार एवं कुंवर परिवार के पूर्वजों के कई मठ हैं जो अलग अलग काल में बनाए गए हैं। इनमें महाराजा रूद्रप्रताप देव, महारानी प्रफुल्ल कुमारी देवी, महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव, महाराजा विजयचंद्र भंजदेव महाराजा भरतचंद्र भंजदेव आदि के मठ भी शामिल हैं। इन मठों के समीप 22 सीढ़ियां बनी हुई हैं जो इंद्रावती नदी में जाने के लिए उपयोग की जाती रही हैं। इन मठों के निकट राज परिवारों से इतर लोगों के मठों का निर्माण किया गया था, इनका निर्माण राजा भैरम देव द्वारा कराया गया है। इन मठों का निर्माण वर्तमान राजमहल की उत्तरी दिशा में अलग अलग स्थानों पर किया गया है। स्व. राजा प्रवीरचंद्र भंजदेव का मठ भी वहीं पर स्थित है। महापौर संजय पांडे आज निगम अमले के साथ उक्त स्थल का दौरा एवं निरीक्षण किया। उन्होंने निगम अध्यक्ष खेमसिंह देवांगन और आयुक्त के साथ मिलकर राजपरिवार के मठ को बस्तर की धरोहर के रूप में जल्द संवारने और सहेजने के निर्देश दिए। वार्ड और समाधि स्थल की साफ सफाई पर पुण्यतिथि के बाद भी नियमित रुप से कराने हेतु कहा। महापौर संजय पांडे आज सुबह से ही इस व्यवस्था में जुटे रहे। महापौर संजय पांडे की मंशा है कि महराज प्रवीरचंद्र भंजदेव की पुण्यतिथि को एक ऐतिहासिक पर्व के रूप में मनाया जाए।