अंधे कत्ल का खुलासा : शारीरिक संबंध का भेद खुलने के डर से प्रेमिका की हत्या, आरोपी बृजेश ओझा गिरफ्तार

रायपुर। राजधानी में हुए एक अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट तथा थाना टिकरापारा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी बृजेश ओझा को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने शारीरिक संबंध का भेद खुलने के डर से 17 वर्षीय युवती की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को कमल विहार के सुनसान इलाके में फेंक दिया था।

कैसे सुलझी हत्या की गुत्थी?

14 जनवरी 2025 को टिकरापारा थाना क्षेत्र के कमल विहार में एक युवती का शव मिलने की सूचना पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। घटनास्थल से कोई सुराग न मिलने के कारण पुलिस के लिए यह अंधे कत्ल का मामला था। इसके बाद पुलिस ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी विश्लेषण कर आरोपी तक पहुंचने में सफलता पाई।

सीसीटीवी फुटेज से आरोपी तक पहुंची पुलिस

पुलिस ने रायपुर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, कमल विहार, कोटा और मध्य शहर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। 13 जनवरी की रात 1:55 बजे एक सफेद स्विफ्ट डिजायर कार में युवती को बैठते देखा गया। इसी आधार पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया और वाहन नंबर सीजी/04/क्यूए/0932 की पहचान की। फाफाडीह फ्लाईओवर के पास इस कार को ट्रैक किया गया और जांच में यह पता चला कि यह वाहन बृजेश ओझा के पास था।

आरोपी की गिरफ्तारी

तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने आरोपी बृजेश ओझा को कुम्हारी टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूल किया।

कैसे दिया हत्या को अंजाम?

बृजेश ओझा रेलवे स्टेशन में घूमने वाली इस युवती को पहले से जानता था। 13 जनवरी की रात वह अपनी कार से युवती को रेलवे स्टेशन से बैठाकर टिकरापारा ले गया, जहां उसने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद युवती ने आरोपी की पत्नी को सबकुछ बता देने की बात कही। भेद खुलने के डर से बृजेश ने युवती की गला दबाकर हत्या कर दी।

हत्या के बाद शव को कमल विहार के सुनसान इलाके में फेंक दिया और फरार हो गया। अगले दिन वह दोपहिया वाहन से शव की स्थिति देखने भी गया था।

क्या-क्या जब्त किया गया?

  • हत्या में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार (सीजी/04/क्यूए/0932)
  • दोपहिया वाहन (सीजी/04/पीए/5164)
  • मोबाइल फोन

आरोपी पर क्या कार्रवाई हुई?

आरोपी बृजेश ओझा के खिलाफ टिकरापारा थाने में अपराध क्रमांक 48/2025 के तहत धारा 103 बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, साक्ष्य छिपाने और शारीरिक संबंध की धाराएं भी जोड़ी गई हैं। इस पूरे मामले का खुलासा करने में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट, थाना टिकरापारा पुलिस और रायपुर पुलिस की 10 टीमों ने पांच सेक्टरों में विभाजित होकर काम किया।

पुलिस ने बताया कि आरोपी बृजेश ओझा बिलासपुर का रहने वाला है और रायपुर में किराए पर रहकर चारपहिया वाहन बुकिंग का काम करता था। उसकी पत्नी रेलवे स्टेशन पर चाय का ठेला चलाती है। पुलिस की सटीक जांच और सीसीटीवी फुटेज की मदद से इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया गया।

 

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