रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने रमन सिंह द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ऊपर की गई बयानबाजी का कड़ा प्रतिवाद करते हुए कहा कि राहुल गांधी की कप्तानी की चिंता करने के बजाय रमन अपने गिरेबान में झांके जो पिछले 2018 के चुनाव में हिट विकेट हो चुके है। उसके बाद विधानसभा के चार उपचुनाव और निकाय चुनाव पंचायत चुनाव में भूपेश बघेल की गुगली से लगातार बोल्ड हो रहे है। अब तो भजपा नेतृत्व उन्हें 2023 के प्लेयिंग इलेवन में भी रखने को तैयार नही है। रमन सिंह खुद को छोटा चेहरा बता कर 12 वे प्लेयर के रूप में भी प्रस्तुत कर रहे लेकिन भाजपा की चयन करता पुरंदेश्वरी उन्हें टीम की संभावित सूची में भी रखना पसंद नही कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह जैसे लोग जिनके ऊपर गरीबो के राशन में 36000 करोड़ के नान घोटाले और लोकतंत्र की हत्या के अंतागढ़ आरोप हो जिनके कार्यकाल में झीरम का दुर्दांत नर संहार हुआ हो वे राहुल गांधी की संवेदनशीलता को नही समझ पाएंगे। मोदी सरकार के कुशासन और जनविरोधी निर्णयों के खिलाफ देश मे कोई नेता बेबाकी से खड़ा है तो वह राहुल गांधी है। राहुल गांधी जब कोई आरोप लगाते हैं तो पूरा मोदी मंत्रिमंडल प्रेस कांफ्रेंस लेकर प्रतिउत्तर में लग जाता है। लोकतंत्र में चुनावी जीत हार के बहुत सारे कारण होते है। दो बार से भाजपा केंद्र का चुनाव जीत रही है लेकिन कोरोना के फैलाव से लेकर रोजगार और मंहगाई पर राहुल गांधी की चिंताओं को मोदी ने अनदेखी किया उसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ा। देश को आज मनरेगा से ले कर भू अधिग्रहण कानून मिले है तो उसके पीछे राहुल गांधी की संवेदनशील सोच है।