रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात दौरे के तहत गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में आज दो नवाचार कार्यक्रम मोर आखर और स्पोटर््स फॉर डेव्हलपमेंट की शुरूआत की। मोेर आखर कार्यक्र्रम गौरेला और पेण्ड्रा विकासखण्ड के 299 प्राथमिक शालाओं में क्रियान्वित की जाएगी, जो प्राथमिक शालाओं के बच्चों की प्रारंभिक भाषा शिक्षा में सुधार लाने, बच्चों की पढ़ने-लिखने की क्षमता को अधिक प्रभावी बनाने की पहल है। दूसरा कार्यक्रम स्पोर्ट्स फॉर डेव्हलपमेंट के तहत खेल के माध्यम से जिले को 543 प्राथमिक शालाओं के बच्चों को प्रायोगिक एवं व्यवहारिक पद्धति से तैयार किया जाएगा, ताकि उनमें तेजी से सीखने के कौशल के साथ-साथ स्वास्थ्य, शारीरिक एवं मानसिक विकास और उनकी जीवन शैली में सुधार लाया जा सके। गौरतलब है कि दुनिया के 50 देशों में व्यवहारिक शिक्षा की इस पद्धति का सफल प्रयोग किया जा चुका है।
कोरोना काल में स्कूलों के बंद होने के कारण बच्चों में सीखने की क्षमता में कमी आई है। इसे देखते हुए मोर आखर कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया है, जो बच्चों में पढ़ने की क्षमता और पढ़ने की आदत में वृद्धि करने में सहायक होगा। इसी तरह स्पोर्ट्स ऑफ डेव्हलपमेंट गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के सभी स्कूलों में शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य शारीरिक व मानसिक विकास करना और खेल-खेल में बच्चों की सीख बढ़ाना है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा उपयुक्त, उम्र उपयुक्त और बालक-बालिकाओं को खेल में समान अवसर प्रदान किया जाना शामिल है। यह दोनों कार्यक्रम यूनिसेफ के सहयोग से संचालित किए जाएंगे।