0 बस्तर के आदिवासी कभी माफ नहीं करेंगे नेताम को
0 गलत बयानी के लिए दीपक बैज और आदिवासी समाज से मांगें माफी
जगदलपुर। बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम और मंत्री केदार कश्यप द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के संदर्भ में दिए गए बयान को आदिवासी समाज को अपमानित करने वाला बयान बताया है।
विधायक विक्रम मंडावी ने कहा है कि अरविंद नेताम अपनी गलत बयानी के लिए सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगे तो उनके खिलाफ अदालती कार्रवाई की जाएगी। उनके विरुद्ध सार्वजनिक रूप से सामाजिक मंचो पर आवाज उठाई जाएगी। श्री मंडावी ने कहा कि अपने राजनैतिक हित के लिए अरविंद नेताम ने स्तरहीन आरोप लगा कर एक सच्चे आदिवासी नेता की छवि धूमिल करने का काम किया है। विधायक ने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को अपनी धार्मिक आस्था के लिए अरविंद नेताम, केदार कश्यप या आरएसएस से सार्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अरविंद नेताम को सांसद बनाकर केंद्रीय मंत्री बनाया, उनकी पत्नी छबीला नेताम को कांग्रेस पार्टी ने सांसद बनाया उनके भाई शिव नेताम को कांग्रेस पार्टी ने मंत्री और उनकी बेटी प्रीति नेताम को कांग्रेस पार्टी ने दो बार कांग्रेस का टिकट दिया था। उस वक्त तक कांग्रेस पार्टी उनके लिए ठीक थी, लेकिन अरविंद नेताम और उनके पूरे परिवार ने सत्ता लोलुपता के लिए भाजपा, आरएसएस और उद्योगपतियों के सामने घुटने टेकने का काम किया हैं। विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा दीपक बैज प्रकृति पूजक आदिवासी हैं। वे बूढ़ादेव, महादेव के उपासक हैं। जीवन के चौथे पहर वान प्रस्थ की अवस्था में अरविंद नेताम आरएसएस की पाठशाला से झूठ बोलने की जो शिक्षा नागपुर से लेकर आए हैं, उसका बस्तर के ही आदिवासी नेता पर प्रयोग कर रहे हैं। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज दंतेश्वरी माई के अनन्य भक्त हैं। वे बस्तर दशहरा कमेटी के अध्यक्ष के रूप से 5 सालो तक प्रतिवर्ष 75 दिनों माई की सेवा करते रहे। कांग्रेस सरकार के समय सांसद के रूप में उन्होंने आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा दिया, देवगुड़ी, घोटुल के संरक्षण एवं संवर्धन का काम किया है। अरविंद नेताम आरएसएस की पाठशाला से भले आए हों, लेकिन उसके पीछे अडानी और उद्योगपतियो की वह खीझ है जो दीपक बैज के नेतृत्व में बस्तर से खनिज संपदा के लूट के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलनो को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। श्री मंडावी ने कहा कि एनएमडीसी नगरनार संयंत्र के बेचे जाने के खिलाफ की गई पदयात्रा हो या बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती को बचाने की पदयात्रा। हाल ही में बस्तर की खनिज संपदा की बंदरबांट के खिलाफ किरंदुल से दंतेवाड़ा तक की गई पदयात्रा में हजारों की संख्या में बस्तरवासियों ने इकट्ठा होकर बस्तर के हक की लड़ाई में अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। उसके बाद से ही बस्तर को लूटने की योजना बनाने वाले लोग तिलमिला गए हैं। बस्तर के ही वरिष्ठ आदिवासी नेता को मोहरा बनाकर पीसीसी अध्यक्ष के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करवा रहे हैं। राज्य में जब से भाजपा की सरकार बनी है प्रदेश के शहरी एवं मैदानी क्षेत्रों में भी धर्मांतरण की घटनाएं बढ़ गई हैं। विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि भाजपा खुद धर्मांतरण को बढ़ावा देकर फिर वर्ग संघर्ष करवाती है। विपक्ष में रहते हुए धर्मांतरण के नाम पर फसाद करने वाले भाजपाई पिछले सवा साल से प्रदेश में हुई धर्मांतरण की घटनाओं पर चुप्पी साधे बैठे हैं। यही नहीं खबरें तो यह भी आ रही है कि धर्मांतरण कराने वालों को सत्तारूढ़ दल का संरक्षण मिला हुआ है। जशपुर, बस्तर में धर्मांतरण की घटनाओं के बाद भाजपा की खामोशी इस बात का प्रमाण है कि इन घटनाओं को उसका समर्थन है। साय सरकार ने अपनी पहली बैठक में ही वह दावा किया था कि नया धर्म स्वातंत्र विधेयक का ड्राफ्ट तैयार है। 60 दिन के भीतर लागू हो जाएगा, लेकिन सवा साल बीतने के बाद आ मौन है। कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को चुनौती देती है। धर्मातरण को लेकर विशेष तौर पर छत्तीसगढ़ को लेकर श्वेत पत्र जारी करें। रमन सरकार में कितने चर्च बने थे और कांग्रेस के भूपेश बघेल सरकार के दौरान कितने चर्च बने थे स्थितियां स्पष्ट हो जाएंगी। भाजपा की जब-जब प्रदेश में सरकार रही स्वयं धर्मातरण को बढ़ावा देती है। ताकि इस मुद्दे पर बयानबाजी करके मतों का ध्रुवीकरण कर सके। भाजपा को हिंदुत्व और सनातन से कोई मतलब नहीं है। वह केवल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस प्रकार की चीजों को प्रचारित प्रसारित करती है।