० शराब दुकान की वजह से चांदनी चौक पर लगता है जाम, एंबुलेंस भी फंसी
० शराबियों के जमावड़े से मरीज की जान सांसत में
० चौक पर अक्सर निर्मित हो जाती है अप्रिय स्थिति
(अर्जुन झा)जगदलपुर। माई दंतेश्वरी की नगरी जगदलपुर के दिल की धड़कन अक्सर शराबी रोक देते हैं। आलम ये है कि ये शराबी मरीज लेकर आ रही एंबुलेंस को भी निकलने के लिए जगह नहीं देते और मरीज की जान संकट में पड़ जाती है। इसके लिए सिर्फ शराबी ही नहीं, बल्कि शासन प्रशासन भी उतने ही जिम्मेदार हैं, जिन्होंने शहर के दिल पर शराब दुकान खुलवा दी है।
हम बात कर रहे हैं जगदलपुर के हृदय स्थल चांदनी चौक की, जिसे नगर के लोग बड़े प्यार से जगदलपुर का दिल भी कहते हैं। एक तरफ हमारे ऊर्जावान युवा महापौर संजय पाण्डेय शहर को नीट एंड क्लीन बनाने जमकर पसीना बहा रहे हैं, यातायात और शहर की खूबसूरती में बाधक बने होर्डिंग्स, फ्लैक्स, बैनर्स आदि को हटवा रहे हैं, शहर की सफाई पर विशेष जोर दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर चांदनी चौक की शराब दुकान महापौर संजय पाण्डेय की मंशा पर पानी फेरती नजर आ रही है। शराब दुकान में उमड़ने वाली भीड़, शराब खरीदने वालों के बेतरतीब खड़े, वाहनों और ठेले खोमचों की वजहसे चांदनी चौक से गुजरने वाली सड़कों पर अक्सर जाम के हालात बन जाते हैं। शाम ढलने के बाद तो हालात इस कदर बिगड़ जाते हैं कि वाहनों की रेलम पेल मच जाती है। जाम में फंसे लोगों के बीच वाद विवादऔर कहासुनी भी होने लगती है। जाम में अक्सर एंबुलेंस, फायर ब्रिग्रेड जैसे इमरजेंसी वाहनभी फंस जाते हैं। मरीज को समय रहते अस्पताल पहुंचाना और अग्निकांड पर नियंत्रण करना मुश्किल हो जाता है। बीती रात भी ऐसा ही मंजर देखने को मिला, जब मरीज लेकर हॉस्पिटल जा रही एक एंबुलेंस जाम में फंस गई थी। यह एंबुलेंस बड़ी मुश्किल से गंतव्य की ओर आगे बढ़ पाई। यह महज एक दिन की बात नहीं है, बल्कि ऐसा अक्सर होते रहता है। ऐसे में मरीज की जान भी जा सकती है। चांदनी चौक स्थित शराब दुकान को हटाने को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन हुए, मगर प्रशासन के कान में जूं नहीं रेंगी, अब हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
साय के सुशासन पर लगा ब्रेक
चांदनी चौक पर होने वाली दुर्घटनाओं से भी लोग बहुत परेशान हैं। दुकान को हटाने के मामले में प्रशासन और चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि एकमत नहीं हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर ऎसी कौन सी वजह है कि एक शराब दुकान को हटा कर व्यवस्था बहाल करने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। विष्णु देव साय सरकार इन दिनों सुशासन तिहार मना रही है और वह चांदनी चौक पर सुशासन कायम करने में अपने ही आबकारी विभाग से कैसे हार गई है?