रायपुर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (आईबीटीएफ) के बीच ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य राज्य के व्यापार और उद्योगों को नई दिशा देना और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है।
छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने इस अवसर पर कहा, यह एमओयू राज्य के व्यापार और उद्योगों के लिए एक नया युग लेकर आएगा। इसके तहत हम व्यापार, नवाचार, और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे, ताकि छत्तीसगढ़ के उद्योगों को और अधिक प्रतिस्पर्धी और मजबूत बनाया जा सके।
चेंबर के अन्य पदाधिकारियों में महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव ,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने भी इस समझौते की सराहना की। वहीं, आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर राजीव प्रकाश और आईबीटीएफ के सीईओ प्रशांत माथुर ने भी इस साझेदारी को राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस समझौते के तहत, चेंबर और आईआईटी भिलाई मिलकर व्यापार और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहलें शुरू करेंगे, जैसे कि कौशल विकास, स्टार्टअप को सहयोग, महिला उद्यमियों के लिए विशेष कार्यक्रम और विवाद समाधान के उपाय।
इस ऐतिहासिक साझेदारी के माध्यम से राज्य में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और व्यापारिक समुदाय को नए दिशा-निर्देश प्राप्त होंगे, जिससे छत्तीसगढ़ के समग्र आर्थिक विकास में योगदान होगा।