मोदी की गारंटी बनी जुमला, किसान भटक रहे हैं भुगतान के लिए – धनंजय सिंह

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि धान बेचने के बाद किसानों को भुगतान के लिए एक-एक हफ्ते तक भटकना पड़ रहा हैं। सरगुजा संभाग में 8 जनवरी के बाद धान बेचने वाले किसानों को अब तक भुगतान नहीं हुआ है। रायपुर संभाग में कई खरीदी केंद्रों में 10 जनवरी के बाद भुगतान नहीं हुआ है दुर्ग, बिलासपुर, बस्तर संभाग में भी यही स्थिति है। भाजपा सरकार आखिर किसानों को इतना परेशान क्यों कर रही है?

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा से पूछा क्या हुआ मोदी की गारंटी का किसानों से वादा किया गया था धान बेचने के तत्काल बाद 3100 रु क्विंटल की दर से एकमुश्त राशि पंचायत भवन में नगद भुगतान केन्द्र खोलकर किया जाएगा? 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू हुई है लेकिन अभी तक किसी भी किसानों को 3100 रु क्विंटल की दर से भुगतान नहीं हुआ है। किसी भी ग्राम पंचायत में किसानों को एकमुश्त राशि देने भुगतान केन्द्र नही खुला है। किसानों को धान बेचने के बाद समर्थन मूल्य का 2300 रु की दर से भुगतान किया गया। अब धान बेचने के बाद तो 2300 रु की दर से भी भुगतान लेने के लिए भी किसान भटक रहे हैं। 3100 रु का तो पता पता नहीं है अंतर की राशि भी कब मिलेगी इसकी कोई संभावना नहीं है।किसानों को मोदी की गारंटी भारी पड़ रही है भाजपा का वादा जो है जुमला साबित हो गया।

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