शराब घोटाले मामले में कानून मास्टरमाइंड तक भी जरूर पहुंचेगा : नितिन नबीन

० भूपेश बघेल ने जिस प्रकार एक आदिवासी नेता को यूज किया उससे उनकी आदिवासियों के प्रति सोच उजागर हुई : नितिन नबीन

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने पिछली कांग्रेस सरकार के शराब घोटाले के मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की हुई गिरफ्तारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर एक आदिवासी नेता को मोहरा बनाकर फँसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रथमदृष्टया तो यही प्रतीत हो रहा था कि अपराध तो पूर्व आबकारी मंत्री द्वारा किया गया , लेकिन मास्टरमाइंड तो अभी पीछे बैठा है। श्री नबीन ने कहा कि कानून इतना मजबूत है कि उस मास्टरमाइंड को भी पकड़ निकलेगा। मास्टरमाइंड कतई नहीं बचेगा।

भाजपा संगठन चुनाव कार्यक्रम के तहत प्रदेश अध्यक्ष पद की चुनाव प्रक्रिया के सिलसिले में गुरुवार को राजधानी पहुँचे भाजपा प्रदेश प्रभारी श्री नबीन ने विमानतल में पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बघेल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बघेल ने जिस प्रकार से एक आदिवासी को मोहरा बनाकर शराब घोटाला किया है, उससे यह स्पष्ट होता है कि आदिवासी के प्रति बघेल की सोच क्या है और बघेल किस सोच के लिए जाने जाते हैं? बघेल यह अच्छी तरह समझ लें कि शराब घोटाले में संलिप्त कोई भी आरोपी बिल्कुल नहीं बचेगा, चाहे वह कोई भी हो। एक आदिवासी को बघेल ने मोहरा जरूर बनाया है लेकिन इस अपराध का जो असली जनक है, कानून वहाँ तक भी पहुँचेगा। श्री नवीन ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध कहने पर भूपेश बघेल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 2 हजार करोड रुपए का शराब घोटाला कांग्रेस शासन के समय ही तो सामने आया था और केंद्रीय एजेंसियाँ कई बार तो उनके पास भी रही है। विभिन्न राज्य सरकारों में जाँच एजेंसियाँ रही हैं। डॉ रमन सिंह की सरकार जाने के बाद भूपेश बघेल खूब शेखी बघारते रहे कि हम यह करेंगे, वह करेंगे; लेकिन 5 साल तक सरकार में रहते हुए वह क्यों कुछ नहीं कर पाए? उनके पास भी स्थानीय स्तर पर जांच एजेंसियां थी, लेकिन उनके पास तथ्य नहीं थे और आज तथ्य हैं, इसलिए घोटालों में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई हो रही है।

नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कल

भाजपा प्रदेश प्रभारी श्री नबीन ने प्रदेश अध्यक्ष चुनाव से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि भारतीय जनता पार्टी की यह स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा है, जिसमें बूथ अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का चुनाव होता है। छत्तीसगढ़ में हम लोगों ने मंडलों और जिलों में चुनाव प्रक्रिया पूर्ण की है और अब गुरुवार की शाम को नामांकन की प्रक्रिया होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश परिषद की घोषणा कल 17 जनवरी को होगी।

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