0 आखिर किसके संरक्षण में भाजपा शासित राज्यों से आ रहे हैं ट्रकों ट्रक नकली खाद?
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि साय सरकार के संरक्षण में किसानों के साथ छल किया जा रहा है। विगत दिनों बस्तर के पखांजूर में नकली खाद से भरा ट्रक पकड़ा गया, सूचना के मुताबिक नकली खाद राजस्थान से मंगाया गया था, किसानों का आरोप है कि भाजपा शासित प्रदेशों से नकली खाद छत्तीसगढ में खपाए जा रहे हैं। हाल ही में बेमेतरा जिले के नवागढ़ तहसील के सरकारी सोसायटी में अमानक नैनो यूरिया का मामला सामने आया था। भाजपा की सरकार में छत्तीसगढ़ नकली खाद, अमानक बीज, नकली दवा, घटिया कीटनाशक और एक्सपायरी नैनो यूरिया खपाने का अड्डा बन गया है। कमीशनखोरी के लालच में भाजपाई किसान विरोधी षड़यंत्र रच रहे हैं। विगत दिनों ग्राम मुरता सेवा सहकारी समिति, तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा में किसानों को इफको कंपनी के द्वारा निर्मित एक्सपायरी नैनो लिक्विड खाद बेचने का मामला सामने आया था और अब बस्तर में राजस्थान से आयातित नकली खाद प्रकरण साय सरकार के किसान विरोधी षडयंत्र का उदाहरण है। आखिर वैधता खत्म हो चुके खाद का भंडारण प्राथमिक सहकारी समितियों के गोदामों में क्यों किया गया? किसके दबाव में एक्सपायरी नैनो यूरिया लिक्विड खाद किसानों को बेचा जा रहा है? ट्रकों ट्रक नकली खाद भाजपा शासित राज्यों से किसके संरक्षण में छत्तीसगढ़ पहुंच रहा है?
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा की सरकार आने के बाद से छत्तीसगढ़ में निजी और सरकारी खाद, बीज और कीटनाशक के गोदामों में स्टॉक का भौतिक सत्यापन और जांच बंद है। छत्तीसगढ़ में विगत 6 महीनों से खाद, बीज के सैंपल जांच के प्रयोगशाला अघोषित तौर पर बंद कर दिए गए हैं। भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के लिए कोचिए, बिचौलियों, मिलावटखोर और जमाखोरों को भाजपा नेताओं का सरंक्षण प्राप्त है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि खाद, बीज और कीटनाशकों के गुणवत्ता में कमी न केवल अपराध है, बल्कि महापाप है। अन्नदाता किसान भरपूर पैदावार लेने के लिए जी तोड़ मेहनत करता है, यदि बीज ही अमानक निकल जाए, एक्सपायरी नैनो यूरिया किसानों को बेचा जाए तो पैदावार में होने वाले नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार है? भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार तत्काल अमानक बीज और नकली खाद से किसानों को हुए नुकसानी का मूल्यांकन करा करके किसानों को हुई क्षति का उचित मुआवजा दे।