0 कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की इज्जत नहीं कभी उन्हे स्लीपर सेल ,कभी सत्ता भोगी बोला जा रहा है
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से अब पार्टी संगठन सम्हाले नहीं सम्हल रहा है और इसी बौखलाहट में अब वह भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भाषा बोलकर अपने कार्यकर्ताओं को सत्ता-भोगी और न जाने क्या-क्या कहकर अपनी हताशा जगजाहिर कर रहे हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यकर्ता किसी भी संगठन की रीढ़ होते हैं लेकिन कांग्रेस में कदम-कदम पर अपने ही कार्यकर्ताओं को अपमानित करने मानो होड़ लगी हुई है। छत्तीसगढ़ में इसीलिए कांग्रेस रसातल में जा पहुँची है और कांग्रेस के नेता फिर भी जुबानी तौर पर बेलगाम होते जा रहे हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि बैज अपने कार्यकर्ताओं को सत्ता-भोगी बताकर काग्रेस छोड़ने की नसीहत दे रहे हैं और इस खुशफहमी में हैं कि संघर्ष के साथी उनके साथ हैं। कांग्रेस के जितने बड़े नेता, जो खुद भी हार गए हैं और जिनकी वजह से कांग्रेस हारी, अब वह रोज कार्यकर्ताओं को कोस रहे हैं, उनको धमकी दे रहे हैं! पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जिनके कारण विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हारी, लोकसभा चुनाव में 10 सीटें हारी, जिनके खिलाफ कार्यकर्ता लगातार चिठ्ठियाँ लिख रहे हैं, हार की जिम्मेदारी लेने के बजाय कार्यकर्ताओं को ‘स्लीपर सेल’ बता रहे हैं और उन कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करवा रहे हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि दीपक बैज, जो खुद स्वयं विधानसभा का चुनाव हार गए, उसके बाद उनके नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष रहते लोकसभा में कांग्रेस की करारी हार हुई है, अपनी खुद की लोकसभा भी वे बचा नहीं पाए और उसके बाद अब कार्यकर्ताओं को धमकी दे रहे हैं, सत्ता भोगी और न जाने क्या-क्या कह रहे हैं!
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता बार-बार कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं, उन्हें अपमानित कर रहे हैं, उन्हें अपशब्द कह रहे हैं, यही कांग्रेस की सच्चाई है। कांग्रेस में कार्यकर्ताओं का कोई मान नहीं है। राहुल गांधी से लेकर के भूपेश बघेल और दीपक बैज तक यह सब एक ही प्रकार के लोग हैं। राहुल गांधी को कुत्तों को बिस्किट खिलाते का समय होता है लेकिन कार्यकर्ताओं के साथ मिलना पसंद नहीं करते हैं, वैसा ही भूपेश बघेल और दीपक बैज का हाल है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जिनकी खुद की वजह से कांग्रेस को विधानसभा और लोकसभा के दो-दो चुनावों में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी, उनको हार स्वीकार करके अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए था, लेकिन वे यह न करते हुए अपने कार्यकर्ताओं को गाली दे रहे हैं। अनर्गल प्रलाप और कार्यकर्ताओं का सरेआम अपमान ही कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति और नियति बनती जा रही है।