0 चुनाव जीतने कांग्रेस ने राजनीतिक घिनौनेपन की सीमाएं तोड़ी- देवलाल ठाकुर
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने बस्तर संभाग के नारायणपुर में भाजपा नेता रतन दुबे की हत्या के मामले में युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष लालू कोर्राम और तोयनार सरपंच सैनू कोर्राम की गिरफ्तारी को कांग्रेस की रक्तपिपासु राजनीति का एक और कलंकित अध्याय बताया है। श्री ठाकुर ने कहा कांग्रेस नेताओ और विधायक के सामने मोहला मानपुर में भाजपा के लोगों को काटने की बातें चलती रही और बाद में हुआ भी ऐसा ही और अब जांच एजेंसी कांग्रेस के नेताओं को इसमें संलिप्त पा रही है तो यह छत्तीसगढ़ की राजनीति का बेहद दुर्भाग्यपूर्ण अध्याय है।
श्री ठाकुर ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक और निंदनीय है कि चुनाव में अपनी हार को देखकर कांग्रेसियों ने हत्या करने तक का षड्यंत्र रचा। राजनीति में इतना गिर जाना कि किसी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता की हत्या करवानी पड़े, इससे अक्षम्य अपराध कोई नहीं है। पूरे-के-पूरे कांग्रेस के लोग और तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसके दोषी हैं। कांग्रेस के शासनकाल में भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की लगातार टारगेट किलिंग भी भूपेश सरकार के कार्यकाल पर एक बदनुमा दाग है। श्री ठाकुर ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र के नाम पर राजनीतिक पाखंड की पराकाष्ठा कर चुकी कांग्रेस इस तरह के घृणित खून-खराबे की राजनीति करके एक तरह से लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने में लिप्त है ।
श्री ठाकुर ने कहा कि अब हर हाल में कांग्रेस के हर-एक षड्यंत्रों का खुलासा होगा, अपराधी जेल की सलाखों के पीछे जाएंगे और प्रदेश में ‘विष्णु का सुशासन’ कानून का राज स्थापित करेगा। श्री ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस जब विचारों के आधार पर मुकाबला करने में अक्षम हो जाती है तो अपने विरोधियों को रास्ते से हटाने के लिए ऐसे खूनी खेल खेलती रही है। यही कांग्रेस का राजनीतिक चरित्र रहा है। अब जांच में कांग्रेस का खूनी राजनीतिक चरित्र बेनकाब हो रहा है श्री ठाकुर ने कहा कि येन-केन-प्रकारेण सत्ता हासिल करने या सत्ता में बने रहने के लिए राजनीतिक विरोधियों की हत्या तक करके कांग्रेस ने गुरेज नहीं किया, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।