रायपुर। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के द्वारा चंदखुरी में स्थापित मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी की मूर्ति को विकृत बताने की कांग्रेस ने निंदा की। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि चंदखुरी में स्थापित मूर्ति वनवासी श्री राम की है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी की मूर्ति को विकृत बताना बेहद आपत्तिजनक एवं निंदनीय है। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को अपने इस बयान के लिए राम भक्तों से माफी मांगना चाहिए। असल में भाजपा नेताओं के मन में बदले की भावना के साथ घृणा, कटुता, और अहंकार भरा हुआ है जिसके कारण उन्हें राम जी की मूर्ति में भी विकृति नजर आ रही है। असल में विकृति मूर्ति में नहीं भाजपा नेताओं की मानसिकता में है। जहां हम सब के कण कण में राम है, ऐसा मानते है राम के अनेक रूप हैं, कहीं शबरी के राम को पूजा जाता है, कहीं कौशल्या के राम को, तो कहीं वनवासी राम की छवि दिखती है। अब संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी के राम कैसे हैं और उनके मन में राम की छवि कैसी है यह तो वही जानेंगे ? उनके इस बयान से यही समझ आता है कि जा की रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि असल मायने में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के मंत्रियों को क्या काम करना है यह सूझ ही नहीं रहा है इसीलिए वह बनी बनाई चीजों को बिगाड़ने में अपनी सहभागिता निभा रहे हैं। नवीनीकरण की दिशा में क्या काम होना चाहिए इससे वो वाकिफ नहीं है और ना ही उनके पास कोई योजना है और ना ही वह योजना बनाना चाहते हैं। इसीलिए पूर्ववर्ती सरकार के द्वारा जो कार्य किए गए हैं उनके साथ खिलवाड़ कर सिर्फ मंत्री होने की खानापूर्ति कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राम वन गमन पथ परियोजना जब से शुरू हुई है तब से ही भाजपा के पेट में दर्द सा मचा हुआ है। और भाजपा के नेता इस परियोजना के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे थे। भाजपा के कई नेताओं ने तो राम वन गमन पथ के अस्तित्व पर भी सवाल उठाए थे और आज वही राम नाम का बखान कर रहे हैं। कई नेताओं ने तो छत्तीसगढ़ में राम के आने का प्रमाण तक मांग लिया था। और आज भी भाजपा इस दूषित मानसिकता के साथ राम वन गमन पथ परियोजना पर उंगली उठाने से बाज नहीं आ रही है।