रायपुर। नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत गोवंश की रक्षा का ढिढ़ोरा पिटने वाली प्रदेश की भूपेश सरकार गौठान की व्यवस्था और गोवंश की रक्षा के मामले में कसडोल के मल्दा गौठान में दर्जनभर गोवंश की मौत और उसे नदी में बहा देने की घटना के बाद एक बार फिर बेनकाब हो गई है। यह आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा है राजधानी के नया रायपुर में बीते 4 सितंबर को एक सरकारी आयोजन के बचे सड़े हुए खाना खाने से सौ से अधिक मवेशियों की मौत हो गई थी और सैकड़ों मवेशी बीमार पड़ गए थे। इस मामले को अभी महीना बीता नहीं कि कसडोल ब्लाक के मल्दा गौठान में भूख-प्यास से दस मवेशियों की मौत हो गई और कई बीमार हो गए। भूपेश सरकार की गऊ माता के प्रति क्रूरता का शर्मनाक उदाहरण है कि मामला दबाने के उद्देश्य से मृत और गंभीर रूप से घायल करीब दर्जनभर मवेशियों को ट्रैक्टर में भरकर महानदी में बहा दिया गया। जिस गोवंश की हम पूजा करते हैं, उसके साथ ऐसा बर्ताव आस्था को ठेस पहुंचाने वाला तो है ही, इंसानियत को झकझोरने वाला भी है।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि भाजपा ने प्रदेशभर में गौठानों की स्थिति को उजागर कर भूपेश सरकार के झूठ को पहले ही उजागर कर दिया है। ज्यादातर गौठानोंं में मवेशी ही नहीं मिले। जहां कुछ मवेशी थे तो वहां उनके लिए चारा-पानी की व्यवस्था नहीं थी। यही कारण है कि प्रदेशभर से गौठानों में गोवंश की भूख और बीमारी से मौत की खबरें लगातार आ रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस मामले में कब तक चुप्पी साधे रहेंगे। उन्हें प्रदेश की जनता को इस मामले में जवाब देना ही होगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भूपेश सरकार के राज में गोवंश की हत्या नया रायपुर, कसडोल में ही हुई है ऐसा नहीं है। इसके पहले तखतपुर के मेड़पार में एक कमरे में ठूंसकर भरे 47 गायों की मौत, तिल्दा के चांपा, महासमुंद के लभराखुर्द, धरसीवां के कूंरा, बिलासपुर के पचपेड़ी, बलौदाबाजार के जारा और प्रदेश के कई जगहों पर भूख और प्यास से गोवंश की मौत हो चुकी है। गरुवा की रक्षा के नाम पर वाहवाही बटोरने का प्रयास करने वाले भूपेश बघेल की सरकार ने गौ माता के नाम पर भी केवल घोटाला किया है। कांग्रेस की सरकार से विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता जरूर जवाब मांगेगी और प्रदेश से कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
उन्होंने कहा कि पांच साल तक भूपेश सरकार जिस नरवा गरवा घुरवा बारी के नाम पर भोली भाली जनता को सपने दिखाती रही, हजारों करोड़ रुपए फूंक दिए जिसमें से ज्यादातर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और अधिकारियों की जेब में चले गए। मवेशी लगातार सड़कों पर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। रोका छेका के नाम पर कुछ नहीं किया, किसान खेत की फसल नहीं बचा पा रहे। गोठनों में गाय को रखना चाहिए लेकिन वहैं न तो पानी है और न ही चारा। ऐसे में सैकड़ों करोड़ रुपए कहां जा रहे हैं?
डॉ रमन सिंह ने कहा कि गौठान घोटाला, गोबर घोटाला, धान घोटाला, कोयला घोटाला, शराब घोटाला, पीएससी घोटाला, खाद घोटाला सहित कई घोटालों से घिरी प्रदेश की कांगे्रस सरकार में नैतिकता नाम की कोई चीज बची नहीं है।
डॉ. सिंह ने कहा, केंद्र की भाजपा सरकार की योजनाओं और पैसे के दम पर ढींगे हांकने वाली प्रदेश की भूपेश सरकार की झूठ को जनता अब जान चुकी है। भाजपा की परिवर्तन यात्रा में यह अब स्पष्ट दिखने लगा है कि प्रदेश के किसान, मजदूर, महिला, अधिकारी, कर्मचारी, बेरोजगार और सभी वर्ग के लोग भूपेश सरकार के झूठ और भ्रष्टाचार से तंग आ गए हैं और कांगे्रस मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प ले चुके हैं।