रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज यहाँ अपने निवास में स्वर्गीय देवीप्रसाद चौबे की स्मृति में आयोजित वसुंधरा सम्मान समारोह में शामिल होने पहुंचे
इस अवसर पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत डॉ. रामसुंदर दास, राज्य योग सेवा आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, पद्मश्री ममता चन्द्राकर एवँ पूर्व में वसुंधरा सम्मान से सम्मानित सदस्य भी उपस्थित हैं।
मुख्यमंत्री ने लोकजागरण के लिए वरिष्ठ पत्रकार-लेखक सुधीर सक्सेना को प्रशस्ति पत्र, शाल और श्रीफल भेंट कर वसुंधरा सम्मान से सम्मानित किया.
मुख्यमंत्री महोदय का वक्तव्य
. आज वसुंधरा सम्मान से सुधीर जी का सम्मान किया गया है। राजेश बादल जी को भी इस अवसर पर सुना है।
. आज इस जगह में पत्रकार भी हैं, साहित्यकार भी हैं। इतिहासकार भी हैं।
. शब्दों को संजोना एक कठिन विधा है। उसमें भावनाएं पिरोना और भी कठिन है। छत्तीसगढ़ी समाज बहुत सरल सहज है लेकिन यह सहजता आसान नहीं है। कबीर और घासीदास जी ने भी यही बात कही है। देवी प्रसाद चौबे जी ने बहुत सरल जीवन जिया है।
. यह छत्तीसगढ़िया भोलापन है जो एक बार आता है उसे जोड़ लेता है। सबका इस धरती से अपनापन हो जाती है। ये हमारी पूंजी है।
. अहिंसा की पराकाष्ठा महात्मा गांधी में दिखती है। आलोचना को सहने की शक्ति उन्हें थी। हत्या भी हुई तो भी उन्होंने हे राम कहा।
. सोशल मीडिया में आपसे असहमति हो रही है फिर भी आप उग्र नहीं होते तो समझिए आप महात्मा गांधी के रास्ते पर हैं।
. पढ़ना बहुत जरूरी है। इससे ही आप मूल स्रोत तक पहुंच सकते हैं। सत्य को परखना आसान काम नहीं है। सत्य की बारीकी में जाएंगे तो पाएंगे कि आज जो सत्य के नाम पर बात बताई जा रही है वो सही नहीं है।
. जो स्वांतःसुखाय और जनहित में लिखते हैं। उन्हें नियमित लिखना चाहिए ताकि सत्य निरंतर लोगों तक पहुंचे। यह आपकी जिम्मेदारी है।
. सुधीर सक्सेना जी को बधाई।