0 छत्तीसगढ़ियावाद के नाम पर अपने भ्रष्टाचार को ढँकने की कुचेष्टा कर रहे हैं मुख्यमंत्री बघेल : भाजपा
0 छत्तीसगढ़ महतारी को नोच-नोच कर उसकी संपदा इटली महतारी के चरणों में चढ़ाने वाले के मुंह से छत्तीसगढ़ियावाद शब्द बोलना भी शोभा नहीं देता
0 गेड़ी दौड़ में हमसे मुकाबला कर लें और देख लें कि कौन आगे आता है?
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ‘छत्तीसगढ़ियावाद’ के नाम पर अपने भ्रष्टाचार को ढँकने की कुचेष्टा कर रहे हैं। दरअसल ‘छत्तीसगढ़ बर्बाद’ कर उसे ‘छत्तीसगढ़ियावाद’ का चोंगा पहनाने का घिनौना प्रयास मुख्यमंत्री बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस ने किया है। श्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल दरअसल अपने काले कारनामों को ढँकने के लिये “छत्तीसगढ़ियावाद’ का उपयोग कर रहे हैं। उन्हें पता ही नहीं है कि छत्तीसगढ़ियावाद कहते किसे हैं? भूपेश-सरकार ने बीते 5 सालों में जो किया है, उसको “छत्तीसगढ़ियावाद’ नहीं, “छत्तीसगढ़ बर्बाद’ कहते हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल छत्तीसगढ़ियावाद के नाम पर ढोंग करते हैं। यह छत्तीसगढ़ियावाद नहीं, छत्तीसगढ़ बर्बाद करने का अभियान है। अपने माफिया राज, भ्रष्टाचार में कांग्रेस सरकार आकंठ डूब गई है और अब अपनी नाकामी छिपाने के लिए छत्तीसगढ़ियावाद का बहाना करने का काम कर रही है। श्री चौधरी ने कहा कि अगर वास्तव में छत्तीसगढ़ के हित में कोई काम किया है तो वह भारतीय जनता पार्टी ने किया है। कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ को बर्बाद करने काम किया है। छत्तीसगढ़ महतारी को नोच-नोच कर उसकी संपदा इटली महतारी के चरणों में चढ़ाने वाले के मुंह से छत्तीसगढ़ियावाद शब्द बोलना भी शोभा नहीं देता। भाजपा के “छत्तीसगढ़ियावाद’ बनाम कांग्रेस के “छत्तीसगढ़ बर्बाद’ में अंतर की चर्चा करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि 50 सालों तक कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को पृथक राज्य नहीं बनने दिया। छत्तीसगढ़ से सारी संपदा बाहर जाती थी, बैलाडीला से लगातार लौह अयस्क जाता रहा, कोरबा में बिजली का उत्पादन होता रहा लेकिन छत्तीसगढ़ अंधेरे में रहा। भिलाई स्टील प्लांट से लोहा बनकर जाता रहा, लेकिन छत्तीसगढ़ का कभी विकास नहीं किया गया। अमीर धरती के लोगों को गरीब बनाकर रखने का कुचक्र कांग्रेस ने रचा। 50 वर्षों तक कांग्रेस को शासन करने का मौका मिला था, कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ नहीं बनने दिया। इसे कहते हैं “छत्तीसगढ़ बर्बाद’, वहीं केंद्र में भाजपा सरकार बनते ही, छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया। ये है असली “छत्तीसगढ़ियावाद’। छत्तीसगढ़ के दु:ख-दर्द को समझना, राज्य बनाना और उसे सँवारना ही असली छत्तीसगढ़ियावाद है जो भाजपा ने किया।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री चौधरी ने कहा कि भारत का इतिहास उठाकर दे लीजिए, एक वर्ष में एक साथ पद्मश्री के तीन पुरस्कार छत्तीसगढ़ के आज तक कभी नहीं मिला। एक साथ एक वर्ष में तीन पद्मश्री पुरस्कार छत्तीसगढ़ की लोककला-संस्कृति को जानने-मानने वावे अजय मंडावी, ऊषा बारले आदि को देने का काम यदि किसी ने किया है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने किया है। कांग्रेस के 50 साल के शासनकाल में कभी ऐसा नहीं हुआ। श्री चौधरी ने कहा कि जब प्रदेश से राज्यसभा सदस्य बनाने का मौका मिला तो सबने देखा कि बिहार के माफिया पप्पू यादव की पत्नी रंजीता यादव को, पंजाब के के.टी.एस. तुलसी, राजीव शुक्ला को कांग्रेस ने राज्यसभा सदस्य बनाया। छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ लोगों के बीच में कांग्रेस को एक भी व्यक्ति कांग्रेस और मुख्यमंत्री बघेल को नहीं मिला। इससे पहले भी जब कांग्रेस को मौका मिला तो मोहसिना किदवई आदि प्रदेश से बाहर के लोगों को राज्यसभा सदस्य बनाया। यह छत्तीसगढ़ को बर्बाद करने का काम है। भाजपा ने अपने 15 साल के शासनकाल में छत्तीसगढ़ के भाई-बहनों को ही राज्यसभा का सदस्य बनाया, यही वास्तव में सच्चा छत्तीसगढ़ियावाद है। श्री चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों को भ्रमित करने के लिए मुख्यमंत्री कभी भँवरा पकड़ लेते हैं, कभी गिल्ली-डंडा पकड़ लेते हैं, कभी गेड़ी पकड़ लेते हैं। छत्तीसगढ़ियावाद के नाम पर मुख्यमंत्री बस इतना ही करते हैं। जबकि छत्तीसगढ़ के मान-सम्मान, पहचान को पूरी दुनिया को दिखाना है, इसलिए शहीद वीर नारायण सिंह की स्मृति में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने ही बनाया है, जहां पूरे विश्व की क्रिकेट टीमें खेलने आती हैं और छत्तीसगढ़ के गौरवपूर्ण इतिहास की झलक पाती हैं। श्री चौधरी ने कहा कि जहाँ तक बात भँवरा, गिल्ली-डंडा, गेड़ी की है तो मुख्यमंत्री को हमारी चुनौती है कि गेड़ी दौड़ में हमसे मुकाबला कर लें और देख लें कि कौन आगे आता है?
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ी बोली को राजभाषा का दर्जा दिया। कांग्रेस को तो 50 साल मिले थे, क्यों नहीं किया? भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने राजभाषा आयोग का गठन किया। मुख्यमंत्री बघेल तो राजभाषा आयोग में अध्यक्ष की नियुक्ति तक नहीं कर पाए! छत्तीसगढ़ी बोली में 700 से अधिक किताबों का प्रकाशन भाजपा सरकार ने कराया। मुख्यमंत्री बघेल बताएँ कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कितनी किताबों का प्रकाशन कराया? श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने परम पूज्य गुरु घासीदास जी की स्मृति में गिरौदपुरी में विश्व का सबसे ऊँचा जैतखाम बनाया और छत्तीसगढ़ी अस्मिता का मान ऊँचा किया। मुख्यमंत्री बघेल इस बात का जवाब दें कि उनके शासनकाल में जैतखाम को तोड़ने की घटनाएं क्यों हुई? जब समाज विशेष के सम्माननीय युवा अपनी मांग रखकर चर्चा कर रहे थे, तब ‘भौंकने वाले’ जैसे शब्द का प्रयोग करके एक पवित्र समाज को अपमानित करने का पाप भी मुख्यमंत्री बघेल ने किया है। क्या ये छत्तीसगढ़ियावाद है?
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री चौधरी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाकर मोहन मरकाम को शिक्षा मंत्री बनाने पर कहा कि अब बचे कुछ दिनों में वे शिक्षा व्यवस्था की बर्बादी के काम को ही आगे बढ़ाएंगे। पाँच साल में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने क्या किया? अभी हाल ही एक रिपोर्ट आई है जिसमें शिक्षा के मामले में छत्तीसगढ़ को 34वाँ स्थान मिला है। इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है? कांग्रेस की सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को भी चौपट करके रखा है, माफिया राज और भ्रष्टाचार की भेंट शिक्षा व्यवस्था को भी चढ़ा दिया है। श्री चौधरी ने कहा कि बस्तर से लेकर सरगुजा तक कांग्रेस की जमीन खिसक चुकी है। पहले भूपेश है तो भरोसा है कहने वाला कांग्रेस नेतृत्व को भी अब यकीन हो चला है कि भूपेश है तो भ्रष्टाचार है। इसलिए कांग्रेस के लोग अब दौड़-भाग कर रहे हैं, अल्टी-पल्टी कर रहे हैं। लेकिन अब कांग्रेस का कुछ होने वाला नहीं है क्योंकि चिड़िया तो खेत चुग गई।