हारे हुए खिलाड़ियों को कोच बनाकर भाजपा ने हार स्वीकार कर ली- कांग्रेस

0 खैरागढ़ में विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भाजपा हार का रिकार्ड बनायेगी – कांग्रेस

रायपुर। भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि विष्णुदेव साय भारतीय जनता पार्टी के ऐसा नेता साबित होने वाले है जिनके नेतृत्व में भाजपा छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक चुनाव हारने का रिकार्ड बनायेगी। खैरागढ़ में भाजपा लगातार चौथा उपचुनाव हारेगी। नगरीय निकाय में भाजपा एक भी महापौर नहीं जिता पाई। पंचायत चुनाव तक में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया। अब कौन से मुद्दों के दम पर विष्णुदेव साय खैरागढ़ चुनाव जीतने का सपना देख रहे हैं?

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने जनता द्वारा नकारे गये, पिटे हुए मोहरों को जिम्मेदारी दी है। ये सारे हारे हुए और भाजपा के सफाये के लिए जिम्मेदार नेता मिलकर खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस की विजय पताका फहराने में सहयोगी बनेंगे। कांग्रेस अपनी सरकार के काम और लोकप्रिय मजबूत प्रत्याशी के बूते यह उपचुनाव बेहतर तरीके से जीत रही है। कांग्रेस की जीत को और अधिक चमकदार बनाने का जिम्मा भाजपा ने हारे हुए नेताओं को सौंपकर यह साबित कर दिया है कि उसने चुनाव के पहले ही हार मान ली है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं लेकिन उन्होंने खैरागढ़ की जिम्मेदारी धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, केदार कश्यप और शिवरतन शर्मा को सौंपी है। राजेश मूणत और केदार कश्यप खुद मंत्री रहते हुए चुनाव हार गए। धरमलाल कौशिक तथा शिवरतन शर्मा भाजपा की बी टीम की कृपा से जैसे-तैसे विधानसभा पहुंचे हैं तो बृजमोहन अग्रवाल ही जानते हैं कि उनकी अपनी धरती डोल चुकी है। कौशिक के संगठन नेतृत्व में भाजपा का सफाया हुआ तो बृजमोहन अग्रवाल के संकल्प पत्र को जनता ने कूड़ेदान में फेंक दिया। एक सहप्रभारी तो ऐसे हैं जो रायपुर नगर निगम के पार्षद चुनाव में हार गए। एक सहप्रभारी कवर्धा में फसाद करने के आरोपी हैं। कुल मिलाकर भाजपा ने अपनी पार्टी को डुबोने वालों को ही खैरागढ़ में हार सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी दी है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अभी एक कसर बाकी रह गई है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को भी खैरागढ़ में भाजपा की जड़ें खोदने के काम पर नहीं लगाया गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बतायें कि रमन सिंह को कोई काम क्यों नहीं सौंपा? वे तो भाजपा को हरवाने में महारत रखते हैं। दरअसल भाजपा में इस कदर गुटबाजी सिर चढ़कर बोल रही है कि खैरागढ़ में कोमल जंघेल की राजनीतिक बलि चढ़ाने का पुख्ता इंतजाम कर दिया गया है।

 

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