रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में आज शून्यकाल के दौरान प्रतिपक्ष के आरोप पर जोरदार हंगामा हुआ। प्रतिपक्ष ने सरकार पर विपक्ष को कुचलने का आरोप लगाते हुए कहा कि आपातकाल की स्थिति है। विपक्ष के लोकतांत्रिक आंदोलनों को दबाने के लिए दमन किया जा रहा है। भाजपा के कार्यकर्ताओं को टारगेट कर जिला बदर की कार्यवाही की जा रही है। यह घबराई हुई सरकार की मानसिकता है। पहले भी ऐसा हुआ था। विपक्ष को कुचलने का परिणाम याद रखा जाए। विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव ग्राह्य करने की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर जिलाबदर की कार्यवाही का मामला उठाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में आपातकाल की स्थिति है। राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं। गैर जमानती धाराएं लगाई जा रही हैं। जिला बदर की कार्यवाही की जा रही है।लोकतंत्र में अपनी बात कहने का अधिकार सबको है। भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से होने वाले आंदोलन पर जिला बदर की कार्यवाही होना गलत है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर चक्काजाम, घेराव, भगवा ध्वज के अपमान पर जुलूस निकालने के मामले हैं। सौ लोगों पर मामला लादा गया। भाजपा कार्यकर्ताओं को टारगेट कर जिला बदर किया जा रहा है।
भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भाजपा को कुचलने की मानसिकता को कुचलकर रख देंगे। भाजपा का कार्यकर्ता कमजोर नहीं है। यह मानसिकता लोकतांत्रिक नहीं है। हमारे 15 साल में एक भी राजनीतिक कार्यकर्ता पर जिला बदर की कार्रवाई नहीं हुई। इस पर कांग्रेस सदस्य बृहस्पत सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार के समय जन आंदोलन करने पर 15 दिन जेल में रखा गया था। मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि जिला बदर की कार्यवाही उचित है। कई मामले हैं। कड़ी कार्रवाई होगी। इस पर भारी हंगामा हुआ। पक्ष विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। जमकर नारेबाजी हुई। बढ़ते हंगामे के बीच कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित की गई।