0 4 साल में हत्या एवं छेड़छाड़ की घटनाओं ने प्रदेश में बनाया भय का वातावरण
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि पिछले सवा चार साल के कांग्रेस के राज में हर तरफ अपराध बढ़ा है। कांग्रेस राज में पिछले सवा चार साल में छत्तीसगढ़ पूरे देश में अपराध के मामलों की वजह से शर्मसार हो रहा है। प्रदेश में महिला अपराध की घटनाओं ने तो महिलाओं के मन में ऐसा डर बना दिया है कि उन्हें अब घर से निकलने में भी डर लगता है। उन्होंने कहा कि अगर फरवरी माह की घटनाओं पर नजर डाले तो प्रदेश में गुढ़ियारी क्षेत्र में एक महिला की घर घुसकर हत्या कर दी जाती है तो वहीं 16 फरवरी को भिलाई में सात साल की बच्ची के साथ दुराचार का मामला सामने आता है। 17 फरवरी को भिलाई में एक मासूम बच्ची के साथ छेड़छाड़ की घटना घटित होती है। 18 फरवरी को आरंग थाना क्षेत्र में किशोरी के साथ दुष्कर्म की नाकाम कोशिश के बाद उसकी हत्या कर दी जाती है। 19 फरवरी को राजधानी रायपुर में गुढ़ियारी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक नाबालिग के घर घुसकर उसके ऊपर चापड़ से हमला कर उसे घायल करने के बाद उसके बाल पकड़कर उसे सड़क पर घुमाया गया। नाबालिग की हालत गंभीर है एवं 19 फरवरी को आरंग थाना क्षेत्र में एक 14 साल की नाबालिग की दुष्कर्म कर उसकी बेहरमी से हत्या कर दी गई।
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि यह आंकड़ें ही बता रहें है कि प्रदेश में महिला सुरक्षा के नाम पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार क्या रही है। दूसरे प्रदेश की घटना पर कांग्रेस की राष्ट्रीय नेताओं की नजर है, परन्तु छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ती घटनाओं की ओर उनका जरा भी ध्यान नही जाता। क्योंकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की ही सरकार है। उन्होंने कहा प्रदेश में लगातार बढ़ते अपराध की घटनाओं ने महिलाओं के मन में प्रदेश सरकार के प्रति आक्रोश पैदा कर दिया है। प्रदेश में बढ़त महिला अपराध का एक बड़ कारण नशा भी है, जिसे प्रदेश की कांग्रेस ने चुनावी जनघोषणा पत्र में प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का वादा करके महिलाओं का बहुमूल्य वोट पाया था। आज तक कांग्रेस सरकार ने शराबबंदी करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के राज में अपराध एवं महिला अपराध की घटनाओं ने प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। जिसका आने वाले समय में जनता कांग्रेस को करारा जवाब देगी।