रायपुर। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के चौथे बजट का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि बजट में सामाजिक न्याय, समानता, सम्मान और समान अवसरों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। यह बजट छत्तीसगढ़ को एक नई ऊँचाई की ओर ले जायेगा। राज्य सरकार महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन के लिए लगातार कार्य कर रही है। बेटियों के जन्म से लेकर विवाह कार्यक्रम में सहयोग के लिए नई-नई योजना प्रारंभ की गई हैं। राज्य सरकार द्वारा दूसरी पुत्री के जन्म पर 5000 रुपए की आर्थिक सहायता देने के लिए ‘कौशल्या मातृत्व सहायता योजना‘, श्रमिक परिवार की बेटियों के विवाह में सहायता के लिए ‘मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना’ शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत हितग्राहियों की प्रथम दो पुत्रियों के बैंक खातों में 20-20 हजार रूपए की सहायता राशि मिलने पर उत्साहित है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि महिलाएं स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ सके। इसलिये मुख्यमंत्री ने महिला स्व-सहायता समूहों के 12 करोड़ 77 लाख रूपए के ऋण माफ किए गए और महिला स्व-सहायता समूहों को दिए जाने वाले ऋण की सीमा बढ़ाकर दोगुनी कर दी गई है। बालिकाओं को उच्च शिक्षा का लाभ दिलाने के लिए प्रदेश के 25 जिला मुख्यालयों में कन्या महिला महाविद्यालयों की स्थापना की जा रही है। गौठानों और विभिन्न आय मूलक योजनाओं में 70 हजार से एक लाख महिलाओं को काम मिला है। राज्य सरकार लगातार महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने का काम कर रही है यह बजट “ जन हितैषी “ वाला बजट है।