रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य रमन सिंह की अनुपस्थिति में सौरभ सिंह मामला सदन में उठाया। उन्होंने विभागीय मंत्री अमरजीत भगत से पूछा कि पीडीएस योजना में जो गड़बड़ी हुई है, उसके दोषियों पर आज तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई है। अनियमितता करने वालों से विभाग ने पैसा जमा कराया कि नहीं। ऐसे लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। भाजपा सदस्य धरमलाल कौशिक, रजनीश सिंह, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित अन्य सदस्यों ने इस मामले में 5100 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया । भाजपा सदस्यों ने कहा कि ये सब सरकार के संरक्षण में हुआ है। इसीलिए दोषी लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई। विभागीय मंत्री अमरजीत भगत ने अपने जवाब में बताया कि केंद्र सरकार से जांच टीम आई थी जिसमें कोई अनियमितता नहीं पाई गई है। पीडीएस सत्यापन के बाद कुछ जिम्मेदारों पर कार्रवाई की गई है। इस मामले में बिलासपुर हाईकोर्ट में 34 याचिकाएं लगी हैं। जिस पर सुनवाई चल रही है। इसमें कोई अनियमिता नहीं हुई है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर भाजपा सदस्यों ने सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर अपनी नाराजगी जाहिर की।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज़ पीडीएस राशन में गड़बड़ी का मामला जोर शोर से उठा। विपक्ष ने सरकार पर 5100 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए दोषी अधिकारियों को संरक्षण देने की बात कही। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने अपने जवाब में विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर भाजपा सदस्यों से सदन से बहिर्गमन कर दिया।