पर्यावरण संतुलन एवं पेड़ों की महत्ता बढ़ाने कृष्ण कुंज एक अनुठी पहल

0 स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने पौधारोपण कर कृष्ण कुंज का किया शुभारंभ

बेमेतरा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आज शुक्रवार 19 अगस्त को जिले के नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज के अन्तर्गत वृक्षारोपण किया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रत्येक नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज विकसित करने के निर्देश दिए है। इसी क्रम में बेमेतरा शहर के मोहभट्टा हाउसिंग बोर्ड कालोनी में कृष्णकुुंज के लिए चिन्हांकित भूमि पर कदम, बरगद, पीपल, रुद्राक्ष और नीम के पौधे और फलदार पौधों का रोपण किया गया। कृष्ण कुंज का लोकार्पण स्थानीय विधायक श्री आशीष छाबड़ा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अतिथि के रुप में वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री बंशी पटेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती लीना मण्डावी, अपर कलेक्टर डॉ. अनिल बाजपेयी, अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक श्री पंकज पटेल, नगर पालिका पार्षद बेमेतरा श्री शत्रुघ्न निषाद, राजू साहू, मनोज शर्मा, प्राण ठाकुर, जया साहू, सामाजिक कार्यकर्ता रुबी सलुजा, सुमन गोस्वामी उपस्थित थे। गौरतलब है कि शहरी क्षेत्रों के नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज नाम से वन विभाग द्वारा गार्डन विकसित किया गया है। जिसका शुभारंभ आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर किया गया। इससे पौधे के संरक्षण और विकास के साथ ही नगर वासियों को स्वच्छ वातावरण में घूमने-फिरने और आराम करेने की सुविधा मिलेगी और हमारे जीवन में पारंपरिक वृक्ष पर्यावरण के साथ ही लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं तथा इन पेड़-पौधों को विलुप्त होने से बचाना आवश्यक है, और पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण और नई पीढ़ी में पेंड़ों की महत्ता बढ़ाने की अनुठी पहल करनी है।
विधायक श्री छाबड़ा ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिगणों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभाकामनाएं दी। उन्होने कहा कि आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेश के सभी नगरीय निकायों, नगर पंचायतों और नगर निगम में कुल 169 नगरीय क्षेत्रों में वृक्षारोपण कर कृष्ण कंुज की स्थापना किया गया। विधायक ने कहा कि आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखना है। हम कृष्ण कुंज के माध्यम से वृक्षारोपण कर पर्यावरण का संतुलन बनाये रख सकते हैं। उन्होने कहा कि हमारे देश में बरगद, पीपल, नीम, कदम तथा अन्य वृक्षों की पूजा करने की परंपरा अत्यंत प्राचीन है। मनुष्य के लिए वृक्षों की अत्यधिक उपयोगिता होने के कारण ही हमारी परंपराओं में इन्हें महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। परन्तु विगत वर्षों में नगरीय क्षेत्रों का तीव्र विकास होने के कारण वृक्षों की हो रही अंधाधुध कटाई से वृक्षों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। इसलिए वृक्षों की अमूल्य विरासत का संरक्षण करने हेतु मनुष्य के लिये सभी जीवनोपयोगी वृक्षों को नगरीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोपित कर संरक्षित करने हेतु छत्तीसगढ़ वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा कृष्ण कुंज योजना प्रारंभ की गई। उन्होने नागरिाकों से अपील किए है कि पौधारोपण कर इसकी सुरक्षा करें। विधायक श्री छाबड़ा ने कृष्णकुंज स्थापना के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उप वनमण्डलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक नगरीय निकाय में न्यूनतम एक हेक्टेयर भूमि में कृष्ण कुंज विकसित किया गया है, जहां मानव उपयोग एवं सांस्कृतिक महत्व के सभी वृक्षों का रोपण किया गया। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व युगल किशोर उर्वशा, उप वनमण्डलाधिकारी मोना माहेश्वरी, रेंजर माधुरी तिवारी, सीएमओ होरी सिंह ठाकुर, तहसीलदार आशुतोष गुप्ता, नायब तहसीलदार राजकुमार मरावी, रोशन साहू, जिला प्रशासन के अधिकारी/कर्मचारी सहित प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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