0 बिना डूबे ही धँसक गए
पुल के दो हिस्से
दुर्ग। शिवनाथ नदी के नए पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार का पानी ऐसा तैरा कि बारिश के पानी में डूबे बिना ही पुल के दो हिस्से धंसक गए। दुर्ग राजनांदगांव मार्ग पर इस पुल के निर्माण को सिर्फ 4 बरस हुए हैं। ग्राम महमरा छोर की तरफ पुल के दो बड़े हिस्से धंसकने की खबर से हड़कंप मच गया। पुल धंसकने की घटना मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात की बताई जा रही है। दो जगह से पुल धसकने की घटना की जानकारी लोगों को सुबह जानकारी मिली। जिसके बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुल धंसकने से ओव्हर ब्रिज पर यातायात बंद कर दिया गया। सिर्फ चार साल बाद ही शिवनाथ का नया पुल टूटने लगा है। रात में पुल का हिस्सा टूट कर नीचे गिर गया। सुबह विधायक अरुण वोरा खबर मिलने पर फौरन नए पुल का निरीक्षण करने पहुंचे और पीडब्लूडी अफसरों को पुल की तत्काल मरम्मत करने के निर्देश दिए। श्री वोरा का कहना है कि तत्कालीन राज्यसभा सांसद मोतीलाल वोरा की पहल पर तत्कालीन केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने नए पुल के निर्माण की मंजूरी दी थी। भाजपा शासनकाल में पुल का निर्माण कराया गया। नए पुल के निर्माण में लापरवाही बरती गई। जिससे बारिश में पुल में गड्ढे हो गए हैं। इस मामले की जांच होनी चाहिए। विधायक वोरा ने पीडब्लूडी के अफसरों को मौके पर बुलाकर कहा कि पुल की अच्छी तरह जांच करना जरूरी है। पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी लगाई जाए। श्री वोरा ने पुल में हुए गड्ढे की तत्काल मरम्मत सहित सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश भी दिए।