नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को भारतीय जनता पार्टी के नए संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है। जबकि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया गया है। नए बोर्ड का गठन कर 15 सदस्यों की सूची जारी की गई है। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति अर्थात संसदीय बोर्ड पार्टी की वह सर्वोच्च समिति है, जिसमें स्थान मिलना किसी भी भाजपा नेता के लिए गौरव की बात होती है। भाजपा के नए संसदीय बोर्ड की घोषणा में हैरत की बात यह है कि शिवराज सिंह चौहान और नितिन गडकरी को इसमें शामिल नहीं किया गया। जबकि ये दोनों काफी वरिष्ठ व अनुभवी नेता हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं। जिन तीन नए चेहरों को स्थान मिला है, उनमें कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, के. लक्ष्मण और सर्बानंद सोनोवाल शामिल हैं। नए संसदीय बोर्ड में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया और महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष शामिल हैं। बीएल संतोष भाजपा संसदीय बोर्ड के सचिव बनाये गए हैं।