जांजगीर-चांपा। हसौद थाना क्षेत्र में मानसिक रूप से कमजोर एक युवक नदी में डूब गया। गोताखोर पिछले 24 घंटे से उसकी तलाश कर रहे हैं। देर रात बिलासपुर से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। आज सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया | बताया जा रहा है कि युवक 10 साल बाद कुछ महीने पहले ही घर वापस लौटा था। वह मछुआरों के पीछे नदी में गया था। वापस लौटने के दौरान गहराई में जाने से यह हादसा हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार देवरीमठ निवासी मनोज कुमार कुर्रे (32) मानसिक रूप से कमजोर था। वह घर से निकल गया था। उसके परिजनों द्वारा काफी तलाश करने के बाद वह 10 साल बाद अपने घर लौटा था। परिजनों ने 2 महीने पहले ही उसकी शादी भी करवा दी थी। मानसिक रूप से बीमार होने की वजह से वह कुछ काम नहीं करता था। उसके पिता खेती-किसानी करते हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह 6 बजे के आस-पास वह महानदी की तरफ गया था। नदी में कुछ मछुआरे मछली पकड़ने अंदर जा रहे थे। उन्हें देखते हुए मनोज भी नदी में उतर गया। इसके बाद मछुआरे मछली पकड़कर वापस भी लौट आए। मगर मनोज वापस लौटने के दौरान भटक गया और गहराई वाले क्षेत्र में चला गया। उसी दौरान वह डूब गया।
घटना के वक्त नदी से कुछ दूर में मछुआरे थे। उन्होंने उसे डू्बते देखा था। वह उसे बचाने की कोशिश करते, इसके पहले वह पानी में डूब गया। घटना के बाद उन्होंने पुलिस को खबर की। खबर मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। बीते 24 घंटे से स्थानीय गोताखोर उसे तलाश रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। रेस्क्यू में परेशानी आ रही है।