(अर्जुन झा)
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति हुए लगभग छह माह से ज्यादा हो गया है किंतु छात्रहित के यह संगठन बस्तर में जिम्मेदारी देने एक भी युवा छात्र नेता नहीं ढुंढ पा रहा है। जिसके कारण ऐसा कहा जाने लगा है कि बस्तर में एनएसयूआई संगठन चलाने के लिए नेता नहीं मिल रहे हैं।
किसी भी सियासी पार्टी की प्राथमिक पाठशाला छात्र संगठन होता है और छात्र संगठन के नेता ही भविष्य में नेतृत्व करते हैं लेकिन यहां इस छात्र संगठन में चार-चार, पांच-पांच लोगों को लेकर बयानबाजी कर छात्र नेतागिरी चल रही है।
शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है और छात्र संगठनों का दायित्व होता है कि वह स्कूल-कालेजों में जाकर बच्चों को एडमिशन कराने में मदद करें जिससे वह छात्र उस संगठनों से जुडता है। मगर जिस छात्र संगठन में मुखिया ही नहीं है वह छात्र हित में क्या काम करेगा।