रायपुर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि अपंजीकृत पोहा, दाल एवं अनाज पैकेजिंग को जीएसटी से मुक्त रखने कैट सी.जी. चैप्टर ने माननीय श्री प्रवीण खण्डेलवाल जी राष्ट्रीय महासचिव को पत्र जारी किया।
कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी एवं प्रदेश महामंत्री श्री सुरिन्द्र सिंह ने बताया कि अपंजीकृत पोहा, दाल एवं अनाज पैकेजिंग को जीएसटी से मुक्त रखने कैट सी.जी. चैप्टर ने माननीय श्री प्रवीण खण्डेलवाल जी राष्ट्रीय महासचिव को पत्र जारी किया। पत्र के माध्यम से माननीय श्री खण्डेलवाली जी को अवगत कराया कि पोहा एवं दाल मिल अति लघु उद्योग की श्रेणी में आते है। एक व्यक्ति द्वारा संचालित पूरी तरह से कृषि उपज पर आधारित उद्योग है। पोहा एवं दाल का उपभोग 95 प्रतिशत तक निम्न एवं मध्यम वर्ग के लोग करते है। चूंकि यह सस्ता व उनके बजट के अन्दर का खाद्य पदार्थ है। ऐसे में जीएसटी लगने से यह उत्पाद मंहगा हो जायेगा जिससे निम्न एव्ां माध्यम वर्गीय जनता पर इसका सीधा प्रभाव पडे़गा। विगत 3 वर्षा से करोना महामारी की वजह से पोहा एवं दाल उद्योग बुरी परिस्थितियों से गुजर रही है। ऐसे समय में जीएसटी का अतिरिक्त भार झेलने की अवस्था में नहीं है।
श्री दोशी एवं श्री सिंह ने आगे कहा कि माननीय श्री खण्डेलवाल जी इस मुद्दे को आगामी जीएसटी कॉऊसिंल की बैठक में रखेगें और अपंजीकृत पोहा, दाल एवं अनाज पैकेजिंग को जीएसटी से मुक्त रखने की मांग करेगें। जिससे कि निम्न एवं मध्यम वर्ग के जनता को राहत मिल सकें।