रायपुर। दो माह से अधिक समय से हड़ताल कर रहे छत्तीसगढ़ के मनरेगा कर्मचारियों ने उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा से मिले आश्वासन पर हड़ताल स्थगित कर दी। मनरेगा कर्मचारी दो सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे। विभागीय मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी कर्मचारियों को काम पर लौटने कहा था। सरकार की ओर से मिले आश्वासन पर आज मनरेगा कर्मचारियों ने तीन माह के लिए हड़ताल स्थगित कर दी है। मंत्री कवासी लखमा आज मनरेगा कर्मियों से चर्चा करने धरना स्थल पहुंचे थे। उन्होंने तीन माह में मांग पूरी करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही बर्खास्त किए गए 21 सहायक परियोजना अधिकारियों की बहाली का आश्वासन भी दिया गया है।
विदित है कि 21 सहायक परियोजना अधिकारियों के बर्खास्तगी आदेश के बाद मनरेगा कर्मचारी संघ के 12 हजार से अधिक कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया था। राजधानी में वादा निभाओ रैली आयोजित की थी। महा संघ के प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने मुताबिक मंत्री के आश्वासन के बाद हड़ताल स्थगित की गई है। जॉब सिक्यॉरिटी और पंचायत नियमावली वाली ग्रेड पे की मांग पूरी करने का आश्वासन दिया गया है. निर्धारित समय में अगर मांग पूरी नहीं हुई तो फिर से आंदोलन किया जायेगा।मनरेगा कर्मियों की मांग है कि नियमितीकरण किया जाए और नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू की जाय।