जब बादल भेंट-मुलाकात में रानी जैन ने बताया कि वो गौठान में काम करती हैं। यहां 125 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट बनाया गया। बिक्री से 49 हजार खाते में बचा हुआ है। दो साल से एक एकड़ में सब्जियां उगा रहे हैं। एक लाख रूपए तक की सब्जियां बेचे हैं इन पैसों से बकरी और मुर्गी पालन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बधाई दी और बकरियों के लिए शेड बनाने की स्वीकृति भी दी।
जब बादल भेंट-मुलाकात में रानी जैन ने बताया कि वो गौठान में काम करती हैं। यहां 125 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट बनाया गया। बिक्री से 49 हजार खाते में बचा हुआ है। दो साल से एक एकड़ में सब्जियां उगा रहे हैं। एक लाख रूपए तक की सब्जियां बेचे हैं इन पैसों से बकरी और मुर्गी पालन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बधाई दी और बकरियों के लिए शेड बनाने की स्वीकृति भी दी।