रायपुर। राजधानी के कौशल्या विहार क्षेत्र में शनिवार सुबह प्रशासन ने अवैध कब्जों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। रायपुर विकास प्राधिकरण (RDA), नगर निगम और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने 26 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से बने ढांचों को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया।
इस हाई-प्रोफाइल अभियान की कमान खुद एसडीएम नंदकुमार चौबे ने संभाली। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई सुबह होते ही शुरू कर दी गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रशासनिक अमले ने सख्त लहजे में साफ किया कि यह जमीन RDA की संपत्ति है, जिस पर कई वर्षों से बिना किसी वैध अनुमति के अतिक्रमण कर मकान बनाए जा रहे थे।
उजागर हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा
कार्रवाई के दौरान एक संगठित जमीन फर्जीवाड़े का भी खुलासा हुआ। स्थानीय निवासी पप्पू खान और समा बेगम ने बताया कि उन्होंने एक लाख रुपये में यह जमीन खरीदी थी और जीवनभर की कमाई से मकान बना रहे थे। लेकिन जांच में सामने आया कि जमीन के दस्तावेज पूरी तरह फर्जी थे। कुछ शातिर दलालों ने नकली कागजातों के जरिए भोले-भाले लोगों को ठग लिया।
प्रशासन ने इस धोखाधड़ी को गंभीरता से लेते हुए संबंधित फर्जी विक्रेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है। जल्द ही इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
पुनर्वास का भरोसा
एसडीएम चौबे ने बताया कि जिन घरों को गिराया गया है, उनके सामान को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। साथ ही उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि BSUP योजना के तहत पात्र लोगों को वैकल्पिक आवास मुहैया कराया जाएगा। जिनके पास पहले से सरकारी मकान है, उन्हें वहीं पुनर्वासित किया जाएगा।