नक्सल मामले में मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के बयान में विरोधाभास, जनता सच जानना चाहती है – बैज

0 मुख्यमंत्री बता रहे हैं, कि नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा, गृह मंत्री इनकार कर रहे हैं मारे गए लोग कौन हैं?

रायपुर। नक्सल मामले में मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के अलग-अलग बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि नक्सल मामले में मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के बीच शीत युद्ध चल रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन संकल्प अभियान जिक्र करते हुए ऑपरेशन की सफलता पर पीठ थपथपा रहे हैं। 22 नक्सलियों के शव बरामद होने की जानकारी दे रहे हैं। जवानों को बधाई दे रहे हैं और प्रदेश को नक्सली मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ाना बता रहे हैं। वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा मुख्यमंत्री के बयान के विपरीत 22 नक्सलियों के मारे जाने की खबर को भ्रामक बता रहे हैं और संकल्प नाम से कोई भी ऑपरेशन नहीं चलने की जानकारी दे रहे हैं। आखिर प्रदेश की जनता किसके बयान पर भरोसा करें?

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा कई बार सार्वजनिक तौर पर बयान दे चुके हैं बीते 18 दिनों से बस्तर कर्रेगुट्टा पहाड़ी में फोर्स ने नक्सलियों के बड़े नेताओं सहित 300 से अधिक नक्सलियों को घेरा है। फोर्स लगातार पहाड़ के ऊपर की ओर बढ़ रही है। फोर्स को एक बड़ी सफलता मिली है। फिर अचानक गृह मंत्री नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन से इंकार क्यों कर रहे हैं। प्रदेश की जनता को भ्रमित क्यों कर रहे हैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जो 22 नक्सलियों की शव बरामद होने की बात कही है क्या वह नक्सली नहीं है? क्या आम जनता हताहत हुई है? या हमारे जवानों की शहादत हुई है? जिसे गृह मंत्री पर्दा कर रहे हैं? इसका जवाब देना चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि क्या प्रदेश में चल रहे नक्सलवाद के खिलाफ ऑपरेशन की जानकारी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को नहीं है। क्या उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा मुख्यमंत्री को अंधेरे में रखकर श्रेय लेने की राजनीति कर रहे हैं? नक्सलवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे पर प्रदेश के दोनों मुखिया का बयान गैर-जिम्मेदाराना आना है एवं डरावना है। नक्सलवाद के खिलाफ लोहा ले रहे जवानों का हौसला तोड़ने वाला है। सरकार को पूरे मसले पर स्पष्टता के साथ जानकारी जनता के बीच रखनी चाहिए। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को गुटबाजी और वर्चस्व की लड़ाई से बाहर निकाल कर सरकार के प्रमुख होने का दायित्व का निर्वहन करना चाहिए।प्रदेश की जनता को अंधेरे में रखना उचित नहीं है।

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