रायपुर। राजधानी रायपुर की रेल पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए ट्रेन में हुई 65 लाख की ज्वेलरी चोरी की गुत्थी सुलझा ली है। इस हाई-प्रोफाइल वारदात का खुलासा खुद रायपुर रेल एसपी श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा ने किया। पकड़े गए दोनों आरोपी इतने शातिर निकले कि नाम बदलकर AC कोच में यात्रा करते हुए वारदात को अंजाम देते थे।
घटना 3 अप्रैल की है, जब गोंदिया से रायपुर आ रही हिना पटेल नामक महिला के साथ चलती ट्रेन में सनसनीखेज चोरी हुई। महिला से 65 लाख की कीमती ज्वेलरी और करीब 50 हजार रुपए नकद पार कर लिए गए। रायपुर पहुंचते ही महिला ने पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद जीआरपी और आरपीएफ की टीम हरकत में आ गई।
जांच में सामने आया कि आरोपी अब्दुल मन्नान और संतोष साव ने फर्जी पहचान के जरिए रिजर्वेशन लिया था। मन्नान ने खुद को सुरेश कुमार और संतोष ने मोहम्मद सलीम बताकर ट्रेन में यात्रा की। पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों आरोपी पहले से ऐसी वारदातों को अंजाम देते आ रहे हैं और पूरी तरह संगठित गिरोह की तर्ज पर काम करते हैं।
चौंकाने वाली बात ये है कि 65 लाख की ज्वेलरी को महज 11 लाख में कोलकाता में बेच दिया गया, जिससे पुलिस को यह भी संकेत मिला कि चोरी के बाद ज्वेलरी की तस्करी के लिए एक नेटवर्क पहले से सक्रिय था। मन्नान के पास आधार कार्ड भी था, जिससे उसने आसानी से फर्जी नाम से टिकट बुक करवा लिया था।
रेल पुलिस ने तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज और मानवीय सूचनाओं के दम पर इन दोनों को ट्रैक कर राउरकेला से धरदबोचा। इस पूरे ऑपरेशन को जीआरपी और आरपीएफ की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
रेल एसपी श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा ने यात्रियों से अपील की है कि वे सफर के दौरान कीमती सामान को लेकर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।