० स्कूल में मिडिल तक अंग्रेजी मिडियम की कक्षाएं शुरू करने का प्रस्ताव
जगदलपुर। मुस्लिम समाज द्वारा संचालित अंजुमन उर्दू हिंदी हायर सेकंडरी स्कूल में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया गया। आधुनिक शिक्षा देने वॉर इस स्कूल के परीक्षा परिणाम 2024.25 के प्रतिभावान छात्र छात्राओं एवं पालकों का सम्मान किया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी बस्तर बीआर बघेल के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में कार्यकारी अध्यक्ष अंजुमन इस्लामिया एडहॉक कमेटी के सदर डॉ. एस.जहीरुद्दीन ने अपने उद्द्बोधन में संस्था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अंजुमन उर्दू- हिंदी स्कूल जगदलपुर की स्थापना प्राथमिक शाला के रूप में सन 1955 में हुई थी। इसका विधिवत्त रजिस्ट्रेशन सन 1963 में किया गया। आज संस्था को 70 साल से भी अधिक का समय हो गया है। यह संस्था सभी वर्गों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध है।संस्था अपने बेहतर परिणाम की ओर लगातार बढ़ रही है । अंजुमन स्कूल प्राइमरी से मिडिल और हायर सेकंडरी तक का सफर तय कर चुकी है। आज हमारे स्कूल में भी वह सारी सुविधाएं हैं जो एक आदर्श स्कूल में होनी चाहिए। इसे और बेहतर बनाने व गुणवत्ता को सुधारने का लगातार प्रयास हमारी एडहाक कमेटी द्वारा किया जा रहा है। उन्होने आगे कहा की भविष्य के निर्माण और कैरियर को आकार देने में अच्छी और उचित शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, यह हमारे व्यक्तितव का विकास करने और परिवार और समाज में पहचान और सम्मान प्राप्त करने में मदद करती है। हम यह कह सकते है कि शिक्षा सामाजिक और मानव जीवन का एक आवश्यक भाग है। उचित शिक्षा प्राप्त किए बिना कोई भी समाज में अपनी अच्छी छवि और समृद्ध व सुखद जीवन नही बना सकता। यह हमें स्वस्थ वातावरण बनाए रखने में सक्षम करती है। पूरे भारत में शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा बहुत से प्रयासों और योजना रणनीतियों को अपनाया गया है। शिक्षा हमारी स्वस्थ रहने, बहुत से जीवन को बचाने, आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने, धन कमाने, फसलों की गुणवत्ता बढाने, समाज में शांति को बढ़ावा देने, गरीबी हटाने, महिला एवं बाल सुरक्षा अधिकारों व बढ़ावा देने, सुशासन लाने, भ्रष्टाचार हटाने, मौलिक अधिकारों के बारे में जागरूक बनाने आदि बहुत से कार्यो के लिए मदद करती है। संस्था की प्राचार्या रईसा बेगम ने कहा कि अंजुमन उर्दू हिंदी स्कूल में प्राथमिक स्तर से हायर सेकंडरी तक कुल 266 छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं। इस वर्ष कक्षा पहली से नवमीं और 11वीं तक परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। कमेटी ने इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने की भी योजना बनाई है और यह संस्था सभी वर्गों को मुफ्त शिक्षा देती रहेगी ताकि इसका लाभ सभी समाज एवं धर्म के लोग ले सकें। एडहाक कमेटी के सचिव इसराइल भारती ने कहा कि स्कूल में बच्चों के आने जाने की बस की निःशुल्क सुविधा का भी विस्तार किया जाएगा। इस शैक्षणिक सत्र में छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता पर भी विशेष जोर दिया जाएगा। छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता आधुनिक शिक्षा में छात्रों की संख्या बढ़ाने मैनेजमेंट एवं अन्य सुविधाओं में बढ़ोतरी कमेटी का शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख लक्ष्य है। इस हेतु शिक्षकों एवं शिक्षाविदों की मदद ली जाएगी तथा समन्वय समिति का गठन कर इस लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा। निश्चित ही इसका लाभ सभी वर्गों को मिलेगा। कार्यक्रम में कक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रतिक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। शहरे काजी एंव इमाम मौलना इस्लाम बक्श मिसबाही, वसीम अहमद, नवाजुद्दीन गोरे, हनीफ बरबटिया ने भी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर मुस्लिम समाज के वरिष्ठ एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा छात्र- छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर उनके पालकों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथियों में एस. करीमुद्दीन वरिष्ठ पत्रकार, शकील अहमद वरिष्ठ अधिवक्ता वसीम अहमद, नबी मोहम्मद, अय्यूब खान, इसराइल हक़, मोहम्मद मंसूर, शानिया रज़ा, मेहताब पोटियावाला सदस्य अफज़ल खान, फिरदौस सिद्दीकी, अज़ीज़ुर्रहमान , मेहमूद खान, मोहम्मद ताहिर शेख, अफज़ल अली, मुमताज रज़ा, रुबीना खान, शमशाद खान, शानिया रज़ा, कुलसुम बेगम, खुर्शीद बेगम, पारो नाग, सबा खान, आफरीन खान, तरुणा ठाकुर, फरहत शेख, अंजना ठाकुर, उर्वशी ग्वाल, सोनम, सभी मदरसों एवं स्कूल के शिक्षक छात्र व जमात के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अफजल अली ने किया।