० किसी भी समस्या का निराकरण हुआ नहीं और बता दिया निराकृत
दल्लीराजहरा। छत्तीसगढ़ सरकार आम जनता के मांग व समस्याओं को दूर करने पूरे छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार मना रही है। जिसका पूरे प्रदेश वासियों को लाभ मिल रहा है। परंतु दल्ली राजहरा के मुख्य नगर पालिका अधिकारी भूपेंद्र वाडेकर ने शहर वासियों को सुशासन तिहार के लाभ से वंचित रखने का मन बना लिया है। सरकार ने सुशासन तिहार जिस उद्देश्य के लिए शुरू किया है, उसकी पूरी तरह धज्जियां उड़ा रहे हैं सीएमओ भूपेंद्र वाडेकर।
उक्त आरोप भाजपा के युवा नेता श्याम जायसवाल ने लगाए हैं। श्याम जायसवाल ने कहा कि सुशासन तिहार के तहत दल्ली राजहरा नगरपालिका कार्यालय व सभी 27 वार्डो में शिविर आयोजित कर सुशासन तिहार के तहत आम जनता से आवेदन लिए गए परंतु मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा इन सभी आवेदन को ऑनलाइन एंट्री करने के साथ ही इसको निराकृत भी बता दिया गया है। CMO की इतनी जल्दी में समस्याओं को निराकृत करने की कोशिश में इस सुशासन तिहार के उद्देश्य को ही समाप्त कर दिया। श्याम जायसवाल ने बताया कि उनके द्वारा शिविर में 15 आवेदन दिए गए जिनमें से 11 आवेदनों को ऑनलाइन एंट्री कर निराकृत दिखा दिया गया है। शेष 4 आवेदनों को अब तक एंट्री नहीं की गई है। जबकि इसकी शिकायत भी मुख्य नगर पालिका अधिकारी से की गई है कि 4 आवेदनों को एंट्री नहीं की गई। परंतु सीएमओ को इससे कोई मतलब नहीं है। श्याम जायसवाल ने बताया कि जितने आवेदनों की इंट्री हुई है उनमें उनकी किसी भी शिकायत या मांग पर कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की गई है। केवल कुछ भी उल जलूल कारण बताकर उसे निराकृत कर खानापूर्ति की गई है। श्याम जायसवाल ने बताया कि उन्होंने वार्ड क्रमांक 24 में बने टाउन हॉल में हुए लाखों के भ्रष्टाचार की शिकायत कर इसमें ठेकेदार व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने व ठेकेदार द्वारा अपने गोदाम के रूप में उपयोग किए जा रहे टाउन हॉल को नगर पालिका के हैंड ओवर कराने की मांग की गई है। जिस पर सीएमओ द्वारा जवाब दिया गया है। की निर्माण कार्य पुराना है। शासन को प्रस्ताव भेजकर राशि उपलब्धता के आधार पर कार्य किया जाएगा। एक अन्य आवेदन पर श्याम जायसवाल ने 15वें वित्त में हुए भ्रष्टाचार की जांच हेतु प्रदेश स्तरीय जांच कमेटी बनाने की मांग की है। इस पर ने स्वयं निर्णय लेते हुए जवाब दिया है कि इसमें जांच की आवश्यकता नहीं है। ऐसे ही सभी आवेदन में कुछ भी उल जलूल जवाब लिख कर आवेदन को निराकृत बता दिया गया है। जिससे हमारी सरकार के सुशासन तिहार के उद्देश्य को इस अधिकारी द्वारा बर्बाद कर दिया गया है। ज्ञात हो कि भूपेंद्र वाडेकर कोंडागांव नगर पालिका में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित है। हाईकोर्ट से स्टे लेकर दल्लीराजहरा में अटैच हैं। इनके दल्लीराजहरा आने के बाद से ही इन पर करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को यहां से हटाने व इनके द्वारा किए गए सभी भ्रष्टाचार की जांच कराने जल्द ही इसकी शिकायत लेकर बालोद कलेक्टर, नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव व मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को इस अधिकारी की करतूतों से अवगत करा कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।