0 मारे गए साथियों के शव ले भागे नक्सली, छोड़ गए कैश और गोला बारूद
(अर्जुन झा)जगदलपुर। बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले में स्थित अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों के हाथों फिर दर्जनों नक्सलियों के मारे जाने और घायल होने की खबर आई है। मुठभेड़ के बाद नक्सली अपने मृत साथियों के शव और घायल साथियों को उठा ले गए हैं। इस फेर में वे भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद छोड़ भागे हैं।
सुरक्षा बलों और पुलिस द्वारा नारायणपुर जिले में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी माड़ बचाओ अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है।अबूझमाड़ के थाना कोहकामेटा क्षेत्र के कसोड़- कुमुरादी के जंगल में नक्सली संगठन माड़ डिवीजन के साथ शुक्रवार को मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में हथियारबंद सीनियर कैडर माओवादी भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक सामग्री एवं आवश्यक दैनिक उपयोगी सामग्री छोड़ कर भाग खड़े हुए। मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने अथवा घायल होने की प्रबल संभावना पुलिस ने जताई है। इस मुठभेड़ से नक्सलियों को भारी आर्थिक तथा रणनीतिक क्षति हुई है।भय और हिंसामुक्त माड़ अब दूर नहीं ग्रामीणों में जगी नक्सल भय से आजादी की आशा। नक्सल मुक्त बस्तर का सपना साकाr हो रहा है।नारायणपुर डीआरजी एवं आईटीबीपी 41वीं वाहिनी की इस मुठभेड़ में सराहनीय भूमिका रही है।
ये सामग्रियां हुईं बरामद
मुठभेड़ स्थल से फोर्स ने नगदी राशि, लेपटॉप, बारूद, शोरा नामक पदार्थ, पेट्रोल-डीजल, कुकर बम, एसएलआर, 303 और 12बोर के जिंदा कारतूस, कार्डेक्स वायर सहित भारी मात्रा में अन्य नक्सल दैनिक उपयोगी सामान बरामद किए हैं। कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत पदमकोट कैंप से 14 अप्रैल को डीआरजी नारायणपुर एवं आईटीबीपी 41वीं वाहिनी की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना हुई थी। सर्चिंग गश्त के दौरान 15 अप्रैल को ग्राम कसोड़-कुमुरादी के बीच जंगल पहाड़ी में सुरक्षा बलों का हथियारबंद सीनियर माओवादी कैडरों के साथ 2 से 3 घंटे तक भीषण मुठभेड़ हुई। सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख हथियारबंद सीनियर नक्सली सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख भारी मात्रा में नगदी रकम सहित विस्फोटक सामग्री एवं दैनिक उपयोगी सामग्री छोड़कर जान बचाकर भागे।फायरिंग बंद होने के बाद सुरक्षा बलों द्वारा क्षेत्र में सघन सर्चिंग की गई। मुठभेड़ स्थल से नगद 6 लाख रूपए, लेपटॉप 11 नग, 50 किग्रा बारूद, 30 किग्रा शोरा नामक पदार्थ, 20-20 लीटर पेट्रोल-डीजल, 2 कुकर बम, एसएलआर के जिंदा कारतूस 130 नग, 12 बोर के जिंदा कारतूस 25 नग, .303 के जिंदा कारतूस 18 नग, कार्डेक्स वायर 2 बंडल, बिजली वायर 10 बंडल, 1 नग नक्सली वर्दी, विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रानिक डिवाईस, दवाईयां, टिफिन, नक्सल साहित्य, जूते सहित अन्य दैनिक उपयोगी सामान मिले, बारूद, शोरा, पट्रोल-डीजल, कुकर बम, इलेक्ट्रीक वायर एवं विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रानिक डिवाईस, दवाईयों, टिफिन, नक्सल साहित्य, जूते सहित अन्य दैनिक उपयोगी सामान को मौके पर सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए नष्ट किया गया।
माड़ को बचाना लक्ष्य: एसपी
एसपी नारायणपुर प्रभात कुमार ने कहा कि अबूझमाड़ दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थतियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतों के आकर्षण से बाहर निकालना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्म समर्पण पुर्नवास नीति को अपनाकर समाज की मुख्यधारा से जुड़कर हथियार एवं नक्सलवाद विचारधारा का पूर्णतः त्याग एवं विरोध करें। अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों को सौंप देने का है जहां वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सकें।
आईजी की खुली चेतावनी
पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी.ने कहा कि वर्ष 2025 के शुरूआत में ही माआवेादी संगठनों के शीर्ष नेतृत्व को सुरक्षा बलोें द्वारा भारी क्षति पहुंचाई गई है। जिसमें डीकेएसजेडसी, डीव्हीसी, एसीएम एवं अन्य छोटे कैडरों के माओवादियों का भारी संख्या में मारे जाने से काफी क्षति हुई है। प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है, इसलिए माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में जुडे़ अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें।