रायपुर। छत्तीसगढ़ में CGPSC घोटाले की जांच ने एक और बड़ा मोड़ लिया है। गुरुवार को सीबीआई ने रायपुर और महासमुंद में एक साथ 5 ठिकानों पर छापेमारी की और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज व तकनीकी साक्ष्य जब्त किए। इस खुलासे ने प्रदेश की सियासी पटल पर हलचल मचा दी है।
वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने इस कार्रवाई के बाद अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा किसी ने खेत बेचकर अपनी संतान की फीस भरी थी, किसी ने अफसर बनने के सपने संजोकर अपना घर संवारा था, लेकिन दलालों और भ्रष्टाचारियों ने उन सपनों को कुचल डाला। अब सीजीपीएससी घोटाले की जांच में हर दिन माफियाराज के नए चेहरे सामने आ रहे हैं। हमारा संकल्प है कि घोटाले के हर दोषी को सजा मिले और हर युवा को न्याय मिले।
सीबीआई की छापेमारी में जिन स्थानों पर दबिश दी गई, उनमें रायपुर का फूल चौक स्थित निजी होटल, सिविल लाइन का एक कोचिंग सेंटर, और महासमुंद के एक सरकारी डॉक्टर के आवास के साथ-साथ अन्य ठिकाने भी शामिल थे। सीबीआई की कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि इस घोटाले में तकनीकी और दस्तावेजी साक्ष्य मौजूद हैं, जो जांच को और भी तेज कर देंगे।
बता दें कि CGPSC 2019-2022 भर्ती में अनियमितताएं सामने आई हैं। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी और उनके रिश्तेदारों, कांग्रेसी नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों को अवैध रूप से सरकारी नौकरी दिलवाई गई।
इस घोटाले के बाद ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है। सीबीआई की छापेमारी और ताजा खुलासे से यह साफ है कि इस घोटाले का दायरा काफी व्यापक है, और सीबीआई अब इस पूरी साजिश को बेनकाब करने के लिए पूरी तरह से सक्रिय हो गई है।