0 डीजल, पेट्रोल पर कंपनी 16 रू. मोदी सरकार को 37 रू. मुनाफा हो रहा सरकार जनता को राहत नहीं दे रही
रायपुर। केंद्र सरकार के संरक्षण में तेल कंपनियां जनता को लूट रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दाम के अनुपात में भारत में जिस रेट में पेट्रोल-डीजल बेचा जा रहा है पेट्रोलियम कंपनियां डीजल और पेट्रोल पर 16 रू. प्रति लीटर से अधिक का मुनाफा कमा रही है, मोदी सरकार 37 रू. का टैक्स ले रही है। दुर्भाग्यजनक है कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर मुनाफा कम करके आम आदमी को राहत देने के बजाय पेट्रोल, डीजल के दामों में और बढ़ोत्तरी कर दिया है। 5 साल में मोदी सरकार ने 35 लाख करोड़ पेट्रोल, डीजल पर टैक्स वसूला है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि एक तरफ जहां क्रूड ऑयल अंतरराष्ट्रीय मार्केट में ऐतिहासिक तौर पर न्यूनतम स्तर में आ गया है, दूसरी तरफ मोदी सरकार सेंट्रल एक्साइज में 2 रुपए की बढ़ोतरी करके जनता की जेब में डकैती कर अपनी तिजोरी भरने में लगी है। पिछले कुछ दिनों में अंतराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल 16 परसेंट घटा है लेकिन डीजल, पेट्रोल के दाम कम होने के बजाए बढ़ ही रहे हैं। अंतराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड ऑयल 65 डॉलर प्रति बैरल के न्यूनतम रिकॉर्ड के आसपास है जो 2014 की तुलना में लगभग आधा है लेकिन इसका लाभ जनता को नहीं देकर केंद्र की मोदी सरकार और तेल कंपनियां अपने जेब में डाल रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि गैस सिलेंडर के दाम में अचानक 50 रुपए की वृद्धि आम जनता के प्रति अन्याय है। उज्ज्वला योजना के नाम पर ढोल पीटने वाली मोदी सरकार ने गरीब जनता की आंखों में धूल झोंक रही है। केंद्र सरकार के द्वारा रसोई गैस की कीमतों में की गई वृद्धि उज्ज्वला के हितग्राही और सामान्य उपभोक्ताओं दोनों के ऊपर यह अनुचित बढ़ोतरी लागू होगी। मोदी निर्मित महंगाई के चलते उज्ज्वला के 90 प्रतिशत हितग्राही दोबारा अपने गैस सिलेंडर को रिफिल करने की स्थिति में नहीं थे, अब 50 रुपए प्रति सिलेंडर की भारी भरकम बढ़ोतरी से बचे खुचे उज्ज्वला हितग्राही अपना सिलेंडर कैसे रिफिल करा पाएंगे?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि मोदी सरकार के मुनाफाखोरी की भूख के चलते हैं देश की जनता महंगाई की समस्या भोग रही है। डीजल, पेट्रोल पर सेंट्रल एक्साइज बढ़ाकर और नए-नए शेष लगाकर मोदी सरकार आम जनता की जीत पर डकैती करके लाखों करोड़ रुपए अतिरिक्त मुनाफा कमा रही है, यही नहीं पेट्रोलियम कंपनियों के कमीशन भी मोदी सरकार ने बढ़ा दिए जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं के जेब पर पड़ रहा है। महंगे डीजल, पेट्रोल का असर ट्रांसपोर्टिंग के महंगी दर के चलते आम उद्योग की वस्तुओं पर भी पढ़ रहा है जिससे दैनिक उपभोग की सभी वस्तुएं दिनों दिन महंगी होती जा रही है। भाजपा सरकारों का फॉक्स आम जनता की समस्या दूर करने में नहीं है बल्कि बेरहमी से टैक्स वसूल करने वाली सरकार का सीधा फॉक्स महंगाई बढ़ाकर मूल्य वृद्धि करने में है ताकि अधिक कीमत पर बेची गई वस्तुओं पर अधिक दर से अधिक कर वसूला जा सके। देश की जनता को गैर जरूरी मुद्दों में उलछाकर मोदी सरकार आम जनता का जेब काट रही है।