(अर्जुन झा) जगदलपुर। हिम्मत से जो कोई चले, धरती हिले कदमों तले, तू चल यूं ही अब सुबहो-शाम, रुकना- झुकना नहीं तेरा काम– पाएगा, जो लक्ष्य है तेरा, लक्ष्य तो हर हाल में पाना है।” गजब का हौसला देती हैं ये पंक्तियां। यही गीत सुनते सुनते बीती रात हमारे छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा उस इलाके में सड़क मार्ग से गुजर रहे थे, जहां कभी नक्सलियों ने दर्जनों लाशें बिछा दी थीं। अपनी जान की परवाह किए बगैर नक्सल मांद में घुसकर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों को साफ संदेश दे दिया कि सरकार अब रुकने और झुकने वाली नहीं है, जो लक्ष्य निर्धारित कर रखा है, उसे हर हाल में पाकर रहेगी।
उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा जिस कदर संवेदनाओं से भरे हुए हैं, उतने ही वे जीवट भी हैं। एकबार जो ठान लेते हैं, उसे अंजाम तक पहुंचा कर ही दम लेते हैं ये महाराज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के समूल नाश का जो टास्क दे रखा है, उसे पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा जी जान से जुटे हुए हैं। धुर नक्सल प्रभावित गांवों में वे सड़क मार्ग से कई बार जा चुके हैं। सुकमा जिले में एक गांव है पूवर्ती, जो नक्सलियों की नर्सरी के नाम से विख्यात है और यह गांव कई बड़े नक्सलियों का गृहग्राम है, विजय शर्मा इस गांव में भी चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुन चुके हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर विजय शर्मा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे बाइक पर बैठकर धुर नक्सल प्रभावित इलाके में जा रहे थे। बीती रात गृहमंत्री विजय शर्मा ने वह कर दिखाया, जिसके बारे में सुनकर भी रूह कांप उठती है। बात दरअसल यूं है कि उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा रविवार को बस्तर संभाग के अति नक्सल प्रभावित रात्रि सुकमा जिले के प्रवास पर थे। वहां उन्होंने सुकमा जिले के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया और आत्मसमर्पित नक्सलियों से मुलाकात भी की। वहां वे इस कदर व्यस्त हो गए कि सांझ ढल गई और मौसम खराब हो गया। लिहाजा हेलीकाप्टर से वापसी संभव नहीं थी। जीवट और दुस्साहसी गृहमंत्री विजय शर्मा ने
नक्सलियों का मान मर्दन करते हुएरात लगभग 9 बजे सड़क मार्ग से कार द्वारा रायपुर के लिए निकल पड़े। उनका काफिला झीरम घाटी से गुजरते हुए निकला। झीरम घाटी वही क्षेत्र है जहां नक्सली हमले में दर्जनों जवान और कांग्रेस नेता मारे गए था। नक्सली गतिविधियों के मामले में यह घाटी बेहद खतरनाक मानी जाती रही है। इसके बावजूद विजय शर्मा ने बिना डरे इस मार्ग से वापसी का फैसला किया। ऐसा कदम उठाकर गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों को साफ संदेश दे दिया है कि हथियार डालने में ही उनकी भलाई है, मेरा काम रुकना, झुकना नहीं है, मुझे लक्ष्य हासिल करके ही दम लेना है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा का इसी दृढ़ निश्चय के चलते नक्सलियों का तेजी से सफाया हो रहा है और बस्तर की वादियों में अमन की बयार बहने लगी है। छत्तीसगढ़ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का संकल्प फलीभूत होता नजर आ रहा है।