रायपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने एक बार फिर दिखा दिया कि जब नेतृत्व में संवेदनशीलता हो, तो व्यवस्था भी अपना रूप बदल लेती है। वर्षों से ग्रेच्युटी, जीपीएफ, अवकाश नगदीकरण, चिकित्सा प्रतिपूर्ति और एरियर्स के इंतज़ार में बैठे भिलाई नगर निगम के सेवानिवृत्त व मृत अधिकारियों-कर्मचारियों के 300 से अधिक परिवारों को आखिरकार बड़ी राहत मिल गई है।
2018 से लंबित था हक़, साव की सख्ती से मिला इंसाफ़
यह कोई मामूली पहल नहीं थी। ये वो न्याय था, जो 2018 से अटका पड़ा था। लेकिन जैसे ही श्री साव के संज्ञान में यह मामला आया, उन्होंने तत्काल विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि वर्षों से लंबित जीपीएफ/सीपीएफ, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, अवकाश नगदीकरण और एरियर्स के भुगतान की प्रक्रिया में अब कोई देरी न हो।
राज्य सरकार ने खोला खजाना – संचित निधि और फ्री-होल्ड से मिली मंज़ूरी
श्री साव की सिफारिश पर राज्य शासन ने 10 करोड़ 85 लाख 36 हजार रुपए ग्रेच्युटी के लिए और 4 करोड़ 36 लाख 38 हजार रुपए अन्य मदों के लिए जारी किए। 3 अप्रैल को अनुमति मिली और महज़ दो दिनों में 15 करोड़ रुपए से अधिक राशि लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई – यह एक प्रशासनिक दक्षता का अभूतपूर्व उदाहरण है।
बेटी की शादी, इलाज, मकान… – पूरी हुईं अधूरी आशाएँ
इस निर्णय से सैकड़ों परिवारों की अधूरी आशाओं को नए पंख मिल गए। किसी को बेटी की शादी के लिए पैसे चाहिए थे, कोई इलाज के लिए तरस रहा था, तो कोई मकान का सपना संजोए बैठा था। अब उन सभी की आंखों में सिर्फ़ आँसू नहीं, खुशी की चमक है।
कर्मचारी संगठनों ने जताया आभार – साव साहब, आपने उम्मीदें ज़िंदा कीं
स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ और छत्तीसगढ़ कर्मचारी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने रायपुर स्थित निवास में श्री साव से मुलाकात की और उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। इस प्रतिनिधिमंडल में संजय शर्मा, शरद दुबे, विष्णु चन्द्राकर, शशिभूषण मोहंती, कृष्णा देशमुख, सुरेन्द्र सोनबेर, वामन राव, विनय मेश्राम, संतोष पाण्डेय, रामायण सिंह, थानूराम साहू, टहल राम साहू, रीता चतुर्वेदी और शालिनी गुरव शामिल रहे।
अरुण साव नहीं, फ़रिश्ता हैं – कर्मचारियों की आवाज़
मुलाक़ात के दौरान कर्मचारियों ने कहा आपने सिर्फ़ आदेश नहीं दिया, आपने सैकड़ों घरों में उम्मीदें फिर से ज़िंदा की हैं। आपकी पहल से मायूस चेहरों पर मुस्कान लौटी है। हम तहे दिल से आपका आभार व्यक्त करते हैं।