सामूहिक नकल कराते कैमरे में कैद हुए दो शिक्षक

0 अपनी छवि बनाने बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ 
0 कोरटा स्कूल में शिक्षक ने कराई खुलेआम नकल 
(अर्जुन झा)बकावंड। सालभर ढंग से अध्यापन सेवा न देकर विभागीय अधिकारियों और कलेक्टर के सामने अपनी छवि चमकाने के लिए शिक्षक बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने पर आमादा हो जाते हैं। बोर्ड परीक्षा में स्कूल का उत्कृष्ट परिणाम दिखाने के लिए बकावंड ब्लॉक की प्राथमिक शाला कोरटा में शिक्षक शिक्षिका सामूहिक नकल करवाते कैमरे में कैद हो गए हैं। अब जिला शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल इस शिक्षकों पर निलंबन की गाज गिराने वाले हैं।
दरअसल बस्तर कलेक्टर हरिस एस ने सख्त हिदायत दे रखी है कि बोर्ड परीक्षाओं में जिन स्कूलों का परफॉरमेंस ठीक नहीं रहेगा, उन स्कूलों के शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षक शिक्षिकाओं ने ढंग से अध्यापन कार्य न कराकर अब रिजल्ट बेहतर दिखाने बच्चों से नकल करवाने लगे हैं। ऐसा करके वे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बकावंड विकासखंड की कोरटा प्राथमिक शाला के शिक्षिका ललिता कश्यप एवं एक शिक्षक बोर्ड परीक्षा में बच्चों को खुलेआम नकल कराते हुए कैमरे में कैद हुए हैं। शिक्षक-शिक्षिका बच्चों को पुस्तक और मोबाईल फोन की मदद से प्रश्न पत्र हल करा रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि ये दोनों शिक्षक शिक्षिका आएदिन स्कूल से नदारद रहते हैं। उन्होंने बच्चों को कभी अच्छे से पढ़ाई नहीं कराई। अब अपना पाप धोने के लिए बच्चों से नकल करवाकर बेहतर परीक्षा परिणाम लाने के लिए और भी बड़ा पाप नकल करवा कर किया है। अखबर है कि उक्त शिक्षक अपनी राजनीतिक पहुंच और आकाओं से संपर्क कर कार्रवाई से बचने के जुगाड़ में हैं। बता दें कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से 15 वर्षों के बाद लागू की गई नई शिक्षा नीति के तहत अब कक्षा 5वीं और 8वीं के छात्रों को बोर्ड परीक्षा देना अनिवार्य कर दी गई है। इस परीक्षा में यदि कोई छात्र असफल होता है, तो उसे दो महीने के भीतर पुनः परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। साथ ही संबंधित स्कूल के शिक्षकों को उन असफल छात्रों को पुनः शिक्षित करना होगा, लेकिन यहां शिक्षक अपने स्कूल का परीक्षा परिणाम बेहतर दिखाने के लिए बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।जब मीडिया की टीम परीक्षा केंद्र पहुंची, हमने देखा कि सभी छात्र-छात्राएं किताब देखकर प्रश्न पत्र हल कर रहे थे। ये पुस्तकें शिक्षिका ललिता कश्यप द्वारा उपलब्ध कराई गईं थीं। मीडिया टीम को देखते ही शिक्षिका छात्रों के पास से तुरंत अलग हट गई और उन्होंने नकल करवाने की बात से इंकार कर दिया। वहीं केंद्र प्रभारी कमला देवी ने भी किसी भी प्रकार की नकल चलने से इनकार कर दिया। स्कूल के सभी शिक्षक भी इस मामले पर कोई ठोस प्रतिक्रिया देने से बचते नजर आए।

बीईओ ने की नकल की पुष्टि जांच प्रतिवेदन डीईओ को सौपाः बाईओ
बकावंड के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्री मिश्रा ने सामूहिक नकल की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कोरटा प्राथमिक शाला में दो शिक्षकों द्वारा नकल कराने का मामला सामने आया है और मामले में दोनों को दोषी पाया गया है। जांच प्रतिवेदन आगे की कार्रवाई के लिये डीईओ ऑफिस भेजा जा चुका है।

शिक्षक शिक्षिका होंगे सस्पेंड
जांच प्रतिवेदन प्राप्त हो चुका है। कलेक्टर के अनुमोदन के बाद कोरटा प्राथमिक शाला की शिक्षिका ललिता कश्यप और शिक्षक दिवाकर कश्यप के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
-बीआर बघेल,
जिला शिक्षा अधिकारी, बस्तर

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