गोदावरी पॉवर एंड माइंस प्रबंधन की मनमानी, काट दिए दर्जनों इमारती पेड़

0 वन और राजस्व विभाग से नहीं ली गई अनुमति

 भानुप्रतापपुर। कच्चे- आरी डोंगरी माइंस मेसर्स गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड द्वारा माइंस क्षेत्र से साल्हे तक मुख्य मार्ग तक फोरलेन क्रांकिट सड़क निर्माण किया जा रहा है। सड़क निर्माण में बाधा बनने वाले पेड़ों को भी काटा जा रहा है। सागौन के भी कई इमारती पेड़ काट दिए गए हैं है।

माइंस प्रबंधन की मनमानी इस कदर बढ़ चुकी है की रोड निर्माण से पहले संबंधित विभागों से कोई अनुमति नहीं ली गई है और मनमाने ढंग अंधाधुंध पेड़ों की कटाई कर रोड निर्माण कार्य किया जा रहा है। कुछ कटे हुए पेड़ों को निर्माणाधीन रोड के नीचे ही डाल दिया गया है। दर्जनों पेड़ रोड के किनारे में बिखरे हुए पड़े हैं, मगर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शासन के नियमों को ताक में रखकर रोड बनाई जा रही है। पेड़ काटने से पहले वन विभाग से किसी भी तरह की कोई अनुमति नहीं ली गई है।
बिना अनुमति के पेड़ों को काटना गैरकानूनी है और इसके लिए कानून द्वारा कार्रवाई की जा सकती है। सामान्यतः पेड़ों को काटने के लिए संबंधित प्राधिकारी से अनुमति लेनी पड़ती है। इस विषय में जानकारी लेने माइंस मेसर्स गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड के कच्चे आरी डोंगरी के मैनेजर केके झा को कॉल किया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है माइंस प्रबंधन के कर्मचारी भी सातवे आसमान पर हैं और पत्रकारों को कोई जानकारी देना जरूरी नहीं समझते।

पूर्व वन मंडलाधिकारी भानुप्रतापपुर से इस संबंध में जानकारी ली गई तो उनका कहना था जहां माइंस द्वारा रोड बनाई जा रही है, वह राजस्व विभाग की भूमि है पेड़ कटाई की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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