सुकमा। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान लगातार सफल हो रहा है। इसी कड़ी में आज सुकमा जिले से बड़ी खबर आई है, जहां तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें से दो नक्सलियों पर 2-2 लाख रुपये का इनाम था, और कुल 4 लाख रुपये का इनाम उनकी गिरफ्तारी या सूचना देने के लिए घोषित किया गया था। इन नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन की “नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति” और “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रेरित होकर आत्मसमर्पण करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली ने खुद को मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया, और उनका मानना था कि यह फैसला उनके भविष्य के लिए सकारात्मक साबित होगा। इन नक्सलियों का आत्मसमर्पण, खासकर सुरक्षाबलों की डीआईजी ऑफिस सुकमा, आरएफटी (रेपिड फोर्स टीम) और 151वीं वाहिनी सीआरपीएफ की निरंतर कोशिशों का परिणाम है। इन टीमों ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रेरित किया और उन्हें मुख्यधारा में वापस लौटने के लिए आश्वस्त किया।
सुरक्षाबलों की कड़ी मेहनत और राज्य सरकार की पुनर्वास नीति ने यह साबित कर दिया है कि नक्सलवाद को समाप्त करना संभव है, और इस रास्ते पर चलने वाले अपराधियों के लिए एक नया जीवन शुरू करने का अवसर है।