रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में पुलिस भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार को लेकर तगड़ा हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक द्वारकाधीश यादव ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए पूछा, क्या केवल आरक्षक ही इस घोटाले के जिम्मेदार थे? उच्च अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई? उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की, जिससे सदन में गर्मा-गर्मी का माहौल बन गया।
गृह मंत्री विजय शर्मा ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा, अच्छा है कि अब विपक्ष को केंद्रीय एजेंसियों पर भरोसा हो गया है। विधायक यादव ने पुलिस भर्ती प्रक्रिया के बारे में और शिकायतों पर जवाब मांगा, विशेष रूप से जिलेवार जानकारी, रिक्त पदों की संख्या और भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ियों को लेकर। इस पर विजय शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि 1 जनवरी 2024 से 15 फरवरी 2025 तक बिलासपुर जिले में 2 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जबकि राजनांदगांव में एक उपनिरीक्षक से जुड़ी शिकायत आई है। उन्होंने बताया कि 129 संदिग्ध मामलों की जांच की गई है, जिनमें 95 हजार वीडियो की समीक्षा के बाद कार्रवाई की गई।
इस पर विधायक यादव ने सवाल किया, अगर इतनी बड़ी गड़बड़ी हुई है, तो क्या केवल एक आरक्षक ही इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है? उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा, शिकायतों के आधार पर परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। हम दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, और हाई कोर्ट में 129 मामलों को प्रस्तुत किया गया है।
विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए सीबीआई जांच की मांग की, जिस पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने तंज करते हुए कहा, यह वही भर्ती है, जिसे आपकी सरकार नहीं करा सकी। हमने पारदर्शिता से कार्य किया है और जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
इसके बाद कांग्रेस विधायक चातुरी नंद ने अपने क्षेत्र में एक आरक्षक की आत्महत्या का मुद्दा उठाया, और आरोप लगाया कि सरकार ने अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। विजय शर्मा ने जवाब दिया, आईजी खुद इस मामले की जांच कर रहे हैं और अब तक 16 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे मामले पर कांग्रेस के विधायक सरकार से संतोषजनक जवाब न मिलने पर सदन में जबरदस्त हंगामा कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने का निर्देश दिया और इस मामले पर विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।