15 साल बाद भाजपा की बड़ी जीत, मीनल चौबे ने महापौर पद पर कब्जा किया

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा ने एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है। राजधानी रायपुर में भाजपा ने 15 साल बाद कांग्रेस के गढ़ को तोड़ा है। भाजपा की महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे ने कांग्रेस की प्रत्याशी दीप्ति दुबे को शानदार मुकाबले में हराया। महापौर चुनाव में मीनल चौबे ने 153,290 वोटों से जीत हासिल की।

रायपुर नगर निगम महापौर चुनाव में कुल 509,146 वोट डाले गए थे, जिसमें से भाजपा प्रत्याशी मीनल चौबे को 315,835 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति दुबे को 162,545 वोट ही मिल सके।

छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से रायपुर नगर निगम में भाजपा की यह पहली महापौर चुनाव में बड़ी जीत मानी जा रही है। 2000 में राज्य गठन के बाद पहले महापौर चुनाव में कांग्रेस के तरुण प्रसाद चटर्जी ने जीत हासिल की थी, लेकिन बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। उसके बाद, 2004 में भाजपा के सुनील सोनी महापौर बने। 2010 से 2020 तक कांग्रेस ने महापौर पद पर अपना कब्जा जमाए रखा था, लेकिन इस बार भाजपा ने कांग्रेस की लंबे समय से चली आ रही सत्ता को चुनौती दी और जीत दर्ज की।

कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति दुबे, जो वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी हैं, इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मीनल चौबे के सामने हार गईं। दीप्ति दुबे एक प्रशिक्षित साइकोलाजिस्ट हैं और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में काम कर चुकी हैं। वह कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्य रही हैं और विभिन्न अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

मीनल चौबे की जीत भाजपा के लिए बड़ी सफलता है, खासकर इस दृष्टि से कि यह नगर निगम में भाजपा की मजबूत पकड़ को फिर से स्थापित करती है। मीनल चौबे ने पहले भी नगर निगम परिषद में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाई थी और भाजपा महिला मोर्चा में भी कई जिम्मेदारियों को निभाया है।

 

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