0 अल सुबह निकल पड़ते हैं जिला शिक्षा अधिकारी
(अर्जुन झा) बकावंड। जिला शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल जिले में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने मैदान पर उतर गए हैं। वे लगातार जिले के स्कूलों का निरीक्षण कर एजुकेशन सिस्टम को मजबूत बनाने और शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करवा रहे हैं।
बलिराम बघेल ने जबसे जिला शिक्षा अधिकारी पद की बागडोर सम्हाली है तबसे लगातार पूरे जिले की शालाओं में दस्तक देते आ रहे हैं। वे रोज अल सुबह बस्तर जिले के रिमोट एरिया के दुरूह और संवेदनशील गांवों की शालाओं में भी जाने से गुरेज नहीं करते। अधिकारी श्री बघेल कब आ जाएं, इस डर के मारे शिक्षक शिक्षिकाएं भी अब समय पर स्कूल पहुंचने लगे हैं और मन लगाकर पढ़ाई करा रहे हैं। यही नहीं शिक्षक शिक्षिकाएं अपनी शालाओं में विद्यार्थियों की निरंतर उपस्थिति के लिए भी जुटे नजर आते हैं। आज 22 जनवरी को श्री बघेल बकावंड विकासखंड की शालाओं का निरीक्षण करने आ धमके। जिला शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल ने अपने आकस्मिक मुहिम के तहत बकावंड विकासखंड के कई स्कूलों का दौरा किया। जिला शिक्षा अधिकारी ने विकासखंड बकावंड अंतर्गत शालाओं का निरीक्षण के दौरान उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मूली में प्री बोर्ड परीक्षा एवं स्वामी आत्मानंद विद्यालय करपावंड एवं माध्यमिक शाला मटनार का जायजा लिया। करपावंड शाला की दसवीं कक्षा की दर्ज संख्या 85 है, मात्र तीन विद्यार्थी अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह बारहवीं के कुल 156 विद्यार्थियों में कुल 13 बच्चे अनुपस्थित मिले।मूली के स्कूल में प्री बोर्ड परीक्षा के दौरान दसवीं के 123 में से 115 विद्यार्थी और बारहवीं के 121 में से सभी विद्यार्थी उपस्थित पाए गए। इसके लिए डीईओ श्री बघेल ने प्राचार्य और टीचिंग स्टॉफ को शाबासी देते हुए इस क्रम को हमेशा बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया।कुछ प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्रधान पाठकों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि लगातार अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों के घरों में जाकर पालकों से संवाद करें और उनके बच्चों के स्कूल न आने का कारण जानकर निराकरण करें। एक हेडमास्टर ने डीईओ श्री बघेल को बताया कि कल गांव में मेले और रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होने की वजह से आज बच्चों की उपस्थिति काम है। श्री बघेल ने सभी स्कूलों में टीचिंग स्टॉफ को निर्देशित किया कि बच्चों को सरल ढंग से पढ़ाएं ताकि बच्चे आसानी से पाठ को समझ सकें और परीक्षाओं में बेहतर परिणाम ला सकें। जिला शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल ने शालाओं में मध्यान्ह भोजन व्यवस्था का भी बारीकी से जायजा लेकर भोजन की गुणवत्ता और पौष्टीकता का ध्यान रखने के निर्देश शाला प्रमुखों को दिए।