गरियाबंद। छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा के पास कुल्हाड़ी घाट रिजर्व फॉरेस्ट में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है। इस कार्रवाई में दो नक्सली मारे गए, जबकि कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया। घायल जवान को तुरंत हेलीकॉप्टर के माध्यम से रायपुर पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
ऑपरेशन की शुरुआत और मुठभेड़ का घटनाक्रम
सुरक्षा बलों ने सुबह 8:30 बजे से कुल्हाड़ी घाट रिजर्व फॉरेस्ट में माओवादियों के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू किया। इस ऑपरेशन में ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस की 10 टीमें शामिल थीं, जिनमें 3 एसओजी, 2 ई-30 (छत्तीसगढ़ पुलिस), और 5 सीआरपीएफ की टीमों ने भाग लिया। अभियान के दौरान माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी।
जवान घायल, नक्सलियों के शव बरामद
मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तुरंत एयरलिफ्ट कर रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने दो नक्सलियों के शव बरामद किए और एक एसएलआर राइफल भी जब्त की। तलाशी अभियान में भारी मात्रा में हथियार और नक्सलियों से जुड़ी अन्य सामग्रियां भी मिलने की संभावना है।
ड्रोन से निगरानी और आगे की कार्रवाई
इस ऑपरेशन में ड्रोन का उपयोग करते हुए माओवादियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी गई। ड्रोन की मदद से नक्सलियों के ठिकानों और उनकी हरकतों का पता लगाने में सफलता मिली। इलाके में अब भी नक्सलियों के छिपे होने की आशंका है, जिसके चलते सुरक्षा बलों ने अतिरिक्त जवानों की तैनाती कर क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया है।
सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता
इस मुठभेड़ को सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। माओवाद प्रभावित इस क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ ऐसी रणनीतिक कार्रवाई से उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। फिलहाल, इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।