रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ से अधिक के शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस कार्रवाई पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार और प्रवर्तन निदेशालय (ED) पर तीखा हमला बोला है।
भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा, कवासी लखमा की गिरफ्तारी बदले की भावना से की गई है। केंद्र सरकार में बैठे भाजपा के नेता कांग्रेस को बदनाम करने और विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए ED का दुरुपयोग कर रहे हैं। पूरी कांग्रेस पार्टी लखमा जी के साथ खड़ी है और इस साजिश का डटकर मुकाबला करेगी।
ED ने की थी छापेमारी और पूछताछ
शराब घोटाले के मामले में 28 दिसंबर 2024 को ED ने कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी में नगद लेन-देन और घोटाले के सबूत मिलने के बाद कवासी लखमा को तीसरी बार पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। ED ने उन्हें कोर्ट में पेश करने की तैयारी की है।
2017 से शुरू हुआ घोटाला, 2000 करोड़ से अधिक का खुलासा
ED की जांच रिपोर्ट के अनुसार, साल 2017 में छत्तीसगढ़ की आबकारी नीति में संशोधन कर CSMCL (छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड) के माध्यम से शराब की बिक्री का प्रावधान किया गया। लेकिन 2019 में घोटाले के मुख्य आरोपी अनवर ढेबर ने CSMCL के MD पद पर अरुणपति त्रिपाठी की नियुक्ति कर सिंडिकेट बनाकर भ्रष्टाचार किया।
आरोप है कि नकली होलोग्राम लगाकर और अवैध तरीके से शराब की बिक्री की गई, जिससे राज्य के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा। ED की चार्जशीट में बताया गया है कि CSMCL की दुकानों में तीन प्रमुख ग्रुपों की शराब बेची गई—केडिया ग्रुप (52%), भाटिया ग्रुप (30%), और वेलकम ग्रुप (18%)। भूपेश बघेल ने इसे कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की साजिश बताया है। कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी कवासी लखमा के समर्थन में बयान दिए हैं।