सरगुजा। सरगुजा जिले में पुलिस ने एक बड़े सट्टा रैकेट का पर्दाफाश करते हुए इसके मुख्य सरगना सुधीर गुप्ता को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, यह रैकेट महादेव सट्टा एप के जरिए संचालित हो रहा था, और इसमें सैकड़ों फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया था। अब तक पुलिस ने करीब सौ करोड़ से अधिक के लेन-देन का खुलासा किया है।
सट्टे का संचालन फर्जी खातों से
पुलिस को सूचना मिली थी कि सट्टे का संचालन सरगुजा के एक कमरे से किया जा रहा है। जब पुलिस ने छापेमारी की, तो चार सटोरियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन मुख्य आरोपी सुधीर गुप्ता मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने मौके से कई महत्वपूर्ण सामान बरामद किए, जिनमें बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, क्यूआर कोड, नगद राशि और हवाला के पैसों में उपयोग किए गए नोट शामिल थे।
एसपी के निर्देश पर विशेष टीम ने की कार्रवाई
एसपी के निर्देश पर सीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने सुधीर गुप्ता को गिरफ्तार किया। पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपी फर्जी दस्तावेजों के जरिए विभिन्न बैंकों में खाते खोलते थे और यूपीआई सेवाओं जैसे फोन पे, पेटीएम और गूगल पे के माध्यम से सट्टे का लेन-देन करते थे।
जबरदस्त बरामदगी
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों से 73 मोबाइल, 234 एटीएम कार्ड, 78 चेकबुक, 81 पासबुक, 77 सिम कार्ड, 8 बार कोड स्कैनर, 13 आधार कार्ड की छायाप्रति, 4 पैन कार्ड की छायाप्रति और अन्य महत्वपूर्ण सामग्री जब्त की। इसके अलावा, 154,100 रुपये की नगद राशि भी जब्त की गई। इन सामानों की कुल कीमत करीब 20 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने अर्जुन गुप्ता नामक एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया, जो फर्जी बैंक खातों के जरिए रैकेट चला रहा था। पुलिस का कहना है कि इस सट्टा रैकेट का नेटवर्क काफी बड़ा हो सकता है, और इसके और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।