0 ट्रेन बन्द होने से आक्रोशित जनता का सामना करने से डरे रेल मंत्री नही आये छत्तीसगढ़
रायपुर। छत्तीसगढ़ की 43 ट्रेनों को रद्द किए जाने के बाद अब प्लेटफार्म में टिकट काउंटर बंद किये जाने को कांग्रेस ने मोदी सरकार का तुगलकी फरमान करार दिया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार देश की जनता को सुविधा देने में नाकाम हो चुकी हैं मोदी सरकार नाकारा और तानाशाही है कोयले की मुनाफाखोरी और विदेश के कोयला सप्लायर अपने मित्रों के लाभ के लिए काम करने वाली मोदी सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए अब देशभर के साथ प्रदेश के भी परिवहन की रीढ़ की हड्डी लोकल ट्रेन और एक्सप्रेस ट्रेन को बंद कर कोयला सप्लाई करने के लिए मालगाड़ी ट्रेन को चला रही है जिस प्रकार प्रदेश में कोयला की कृत्रिम कमी उत्पन्न हुई है इसके पीछे सिर्फ मोदी सरकार की मुनाफाखोरी की नीति ही जिम्मेदार है मोदी सरकार की नाकामी और मनमानी के चलते प्रदेश की जनता को गर्मी के दिनों में घंटों स्टेशन में बिताने पड़े हैं रोजमर्रा के काम से आने जाने वालों को ट्रेन की सुविधाएं नहीं मिल रही है और कुछ सुपरफास्ट एक्सप्रेस चल रही है जिस पर राजनांदगांव बिलासपुर रायपुर दुर्ग डोंगरगढ़ तक यात्रा करने वाले यात्री टिकट लेकर सवार होते थे अब मोदी सरकार ने प्लेटफार्म में मिलने वाली लोकल टिकट को भी बंद कर दिया है मोदी सरकार के इस गलत नीतियों के पक्ष में अभी तक भाजपा के 9 सांसद खड़े हुए हैं और छत्तीसगढ़ की जनता की दी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि अपने मित्रों के मोदी सरकार के कारण छत्तीसगढ़ का आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। छत्तीसगढ़ की जनता में मोदी सरकार के प्रति भयंकर आक्रोश है और इसी आक्रोश से डरकर रेल मंत्री ने अपना छत्तीसगढ़ दौरा रद्द कर दिया है। जिस प्रकार से मोदी सरकार ने नोटबंदी की थी उसी प्रकार छत्तीसगढ़ में ट्रेन बंदी और टिकट बंदी की जा रही है। सबसे पहले छत्तीसगढ़ की 23 महत्वपूर्ण ट्रेनों को रद्द किया गया था जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी आपत्ति जताई थी और कांग्रेसियों सहित जनता ने आंदोलन भी किया था, मगर फिर भी अहंकार में डूबी निरंकुश और बेशर्म मोदी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ा। ट्रेन शुरू करने के उलट आपत्ति और आंदोलन का बदला लेते हुए केंद्र की अहंकारी मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ की 20 और ट्रेनों को रद्द कर दिया था।छत्तीसगढ़ में पहले से ही 43 महत्वपूर्ण यात्री ट्रेनें रद्द चल रही हैं और अब लोकल रेलवे टिकट भी देना बंद कर दिया गया है।प्रदेश का रेल यातायात पूरी तरह से चरमरा गया है। देश-प्रदेश की जनता पहले से ही मोदी निर्मित महंगाई से त्रस्त है।अब छत्तीसगढ़ में यात्रियों को दुगुना- तिगुना पैसा देकर यात्रा करना पड़ रहा है। इतनी सारी ट्रेनें रद्द होने और लोकल रेलवे टिकट देना बंद करने के बावजूद वैकल्पिक तौर पर रेलवे कोई व्यवस्था नहीं कर रहा है। इन ट्रेनों में बिलासपुर रायपुर सहित छत्तीसगढ़ से होकर गुजरने वाली लोकल ट्रेनें भी शामिल है जिसके कारण नौकरी पेशा लोगों, मरीजों और अन्य आम यात्रियों को अभूतपूर्व परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हर मोर्चे पर विफल मोदी सरकार का नाकारापन भारतीय रेलवे के संचालन में भी दिख रहा है।