बस्तर। गत कुछ महीनों से प्रधानपाठक प्राथमिक शाला की पदोन्नति की प्रक्रिया चल रही थी, और हाल ही में डीपीसी (डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी) द्वारा पदोन्नति के लिए पात्र शिक्षकों की सूची भी सार्वजनिक की गई। अब सवाल यह उठता है कि ये शिक्षक पदोन्नति के बाद कहां नियुक्त होंगे? इस संबंध में विभाग के पास एक सूची भी उपलब्ध है।
इसी मुद्दे पर सर्व शिक्षक फेडरेशन का एक प्रतिनिधि मंडल ज्ञापन देने के लिए डीईओ बस्तर कार्यालय पहुंचा। हालांकि डीईओ के दौरे पर होने के कारण ज्ञापन को वहां मौजूद अधिकारी देवाशीष चौधरी को सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने के बाद फेडरेशन के जिला अध्यक्ष भूपेश पाणिग्रही ने बताया कि लंबे समय बाद उनके साथियों की पदोन्नति हो रही है, और वे नहीं चाहते कि इस अवसर पर किसी को निराशा का सामना करना पड़े।
उन्होंने कहा, “इसलिए यह ज्ञापन दिया गया है ताकि विभाग भी अपनी पूरी तैयारी कर ले।” भूपेश पाणिग्रही ने यह भी बताया कि पहले काउंसलिंग के दौरान शिक्षकों को केवल तीन शालाओं के नाम दिए जाते थे, जिन्हें शिक्षक हमेशा स्वीकार नहीं कर पाते थे, और इस कारण वे पदोन्नति से वंचित रह जाते थे।
इसलिए, फेडरेशन ने यह मांग की है कि जिस भी शिक्षक का नंबर आए, उसे सभी शालाओं के नाम दिखाए जाएं ताकि वह अपनी मनपसंद शाला का चयन कर सके। इसके साथ ही, काउंसलिंग स्थल पर सभी शालाओं के नाम चस्पा करने की भी जिला शिक्षा अधिकारी से अपील की गई है। इस ज्ञापन का स्वागत जिले भर के शिक्षकों ने किया है। ज्ञापन देने वालों में रवींद्र सेठिया, मन्नू नेताम, सुमीत देवांगन और अन्य शिक्षक शामिल थे।